ठाकुर ने 18 रन पर विराट को चलता किया
एम.चिन्नास्वामी स्टेडियम में बुधवार का दिन काफी रोमांचक रहा। एक तरफ धोनी की सीएसके थी तो दूसरी तरफ कोहली की आरसीबी। यह मुकाबाला दो दिग्गजों का था, जिसमें अंत में जीत माही को नसीब हुई। चेन्नई ने यह मैच 5 विकेट शेष रहते जीत लिया। बैंगलोर की यह मौजूदा सीजन की चौथी हार है। विराट इस सीजन में बल्ला ज्यादातर खामोश ही रहा है। बुधवार को भी सीएसके के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने 18 रन पर जडेजा के हाथों कैच आउट करा विराट को पवेलियन भेज दिया। पति कोहली का आउट होता देख स्टेडियम में मौजूद अनुष्का थोड़ी निराश जरूर हुईं मगर शार्दुल की गेंदबाजी भी तारीफ के काबिल रही क्योंकि उन्होंने कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी का विकेट लिया है।
घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड है सबसे बेहतर
महाराष्ट्र के पालघर जिले में जन्में शार्दुल ठाकुर दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने 8 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया था। पहले क्लब, फिर मुंबई की घरेलू क्रिकेट में हाथ आजमाया। साल 2012 में रोहित शर्मा की कप्तानी में ही शार्दुल ने डोमेस्टिक क्रिकेट में डेब्यू किया था। पिछले 6 सालों में ठाकुर ने कुल 55 फर्स्ट क्लॉस मैच खेले जिसमें उनके 188 विकेट दर्ज हैं। घरेलू मैचों में बेहतर प्रदर्शन का ही परिणाम है कि ठाकुर को अंतर्रराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने का मौका मिला। हालांकि उन्होंने कोई टेस्ट तो नहीं खेला मगर 3 वनडे में 5 विकेट और 5 टी-20 इंटरनेशनल में 7 विकेट जरूर झटक लिए। इसी साल कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए टी-20 मुकाबले में ठाकुर ने 4 ओवर में 4 विकेट चटकाए, यही नहीं इसमें वह हैट्रिक लेने से चूक गए।
कड़ी मेहनत का है परिणाम
शार्दुल जब क्रिकेट सीखा करते थे तो रोजाना 90 किमी सफर करते थे। पालघर से मुंबई जाने के लिए उन्हें तकरीबन 2 घंटे लगते थे। वह सुबह 3:30 बजे उठकर ट्रेन पकड़ लेते थे क्योंकि उन्हें 7:30 बजे प्रैक्टिस पर टाइम से पहुंचना होता था। यह कड़ी मेहनत का ही परिणाम है जोकि आज वह भारत के लिए मैच खेल रहे।
ओवरवेट के कारण हुए टीम से बाहर
शार्दुल ठाकुर आज जितने फिट नजर आते हैं, पहले वह ऐसे नहीं थे। बतौर गेंदबाज अपने शरीर को काफी संतुलन में रखना होता है। मगर शार्दुल घरेलू क्रिकेट खेलते समय काफी मोटे थे। यही वजह है कि उन्हें एक बार मुंबई टीम से बाहर कर दिया गया था। ठाकुर ने फिर काफी एक्सरसाइज कर अपनी फिटनेस पर ध्यान दिया। उनसे कहा गया था कि उन्हें अपने शरीर का ऊपरी हिस्सा पतला करना है ठाकुर ने वही किया और अब उनकी गेंदबाजी में गति के साथ-साथ संतुलन भी है।
6 छक्के लगाने वाले गेंदबाज
आमतौर पर एक गेंदबाज का बल्लेबाजी में थोड़ा हाथ तंग होता है। मगर शार्दुल निचले क्रम में आकर एवरेज बैटिंग कर सकते हैं। इसका एक नमूना उन्होंने हैरिस शील्ड ट्रॉफी में दिखा दिया था। जब शार्दुल ने 6 गेंदों में 6 छक्के लगाए थे। ठाकुर के अलावा यह रिकॉर्ड पूर्व खिलाड़ी और वर्तमान भारतीय कोच रवि शास्त्री के नाम है।
सचिन की जर्सी पहन आए थे चर्चा में
शार्दुल ठाकुर ने अपना वनडे डेब्यू पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ किया था। उस वक्त वह अपनी गेंदबाजी से ज्यादा जर्सी को लेकर चर्चा में थे। ठाकुर 10 नंबर की जर्सी पहनकर मैदान में उतरे। बस फिर क्या था सचिन के फैंस को यह बात अखर गई और उन्होंने ठाकुर को ट्रोल करना शुरु कर दिया। कई दिग्गज क्रिकेटर ठाकुर के समर्थन में उतर आए थे और उन्होंने जर्सी की बजाए प्रतिभा को महत्व देना ज्यादा बेहतर समझा। हालांकि ठाकुर अब 10 नहीं 54 नंबर की जर्सी पहनते हैं।
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