रोडवेज बस स्टैंड से एक किमी के अंदर प्राइवेट बस मिली तो बीस हजार जुर्माना

प्रदेश मुख्यालय के निर्देश पर परिवहन विभाग जिले में चला रहा चेकिंग अभियान

ALLAHABAD: प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुए एक महीने से ज्यादा हो गया है। सरकार की सौ दिनों की प्राथमिकता के आधार पर लखनऊ से लेकर विभागीय स्तर पर सभी जिलों में कार्रवाई शुरू हुई है। यही वजह है कि बस स्टैंडों के आसपास इलाहाबाद में भी परिवहन विभाग ने निजी बसों के खिलाफ धरपकड़ अभियान व्यापक स्तर पर शुरू किया है। विभाग की शर्तो के अनुपालन के विरोध में बस स्टैंड की एक किलोमीटर की रेंज में चलाए जा रहे अभियान का ही असर रहा कि दस दिन में पांच लाख रुपए की वसूली कर चार दर्जन से अधिक बसों को संबंधित थानों में बंद कराया गया है।

सिविल लाइंस में पकड़े पांच वाहन

अभियान के अन्तर्गत एआरटीओ आरके सिंह की अगुवाई में अधिकारियों की टीम ने सिविल लाइंस डिपो के बाहर प्राइवेट बसों के खिलाफ अभियान चलाया। सुबह दस बजे जैसे ही हनुमान मंदिर चौराहे पर टीम पहुंची बस संचालकों में हड़कंप मच गया। कई चालक बस लेकर भाग निकले, लेकिन सीएवी इंटर कालेज के सामने खड़ी पांच बसों को अधिकारियों ने पकड़ लिया। अधिकारियों ने एक किमी की परिधि में पाए जाने की वजह से 20 हजार रुपए का जुर्माना वसूला और बसों को जब्त कर लिया।

गोपनीय तरीके से हो रही जांच

परिवहन विभाग की ओर से धरपकड़ अभियान 15 अप्रैल से शुरू किया गया है। इसके लिए एआरटीओ आरके सिंह, आरके सरोज और अभिषेक चौरसिया की अगुवाई में तीन टीम गठित की गई है। पूरी कार्रवाई को गोपनीय रखा जा रहा है यहां तक कि टीम में शामिल विभागीय कर्मचारियों को भी यह जानकारी नहीं होती है कि टीम किस दिन कहां अभियान चलाने जा रही है।

मुख्यालय से मिले निर्देश के बाद अभियान शुरू किया गया है। दस दिनों की कार्रवाई में विभागीय शर्तो के खिलाफ बस स्टैंडों के एक किमी के दायरे में चार दर्जन से अधिक बसें खड़ी मिलीं। उनके मालिकों से पांच लाख रुपया जुर्माना वसूला गया है।

आरके सरोज, एआरटीओ