- पैमाइश के नाम पर मांगा था 10 हजार रुपये

- भ्रष्टाचार निवारण टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार कर भेजा जेल

CHANDAULI: भ्रष्ट्राचार रोकने के तमाम उपायों पर सरकारी हुक्मरान पानी फैर दे रहे हैं। भ्रष्ट्राचार का ऐसा ही खेल मंगलवार को देखने को मिला। पैमाइश कराने के नाम पर रिश्वत मांग रहे काननूगों को भ्रष्टाचार निवारण, वाराणसी की टीम ने मंगलवार को सकलडीहा तहसील सभागार में रंगेहाथ पकड़ लिया। टीम ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना के बाद राजस्वकर्मियों में हड़कंप मचा है। चर्चा रही कि लोगों मे ऐसी जागरूकता आ जाए तो राजस्वकर्मियों की शामत आने में देर नहीं लगेगी।

पीडि़त ने की थी शिकायत

धरांव (मड़ई) गांव निवासी अधिवक्ता सतेन्द्र श्रीवास्तव अपनी भूमि आराजी नम्बर ख्क् की धारा ब्क् के तहत पैमाइश के लिये पिछले कई दिनों से तहसील का चक्कर लगा रहे थे। धानापुर सर्किल के कानूनगो श्यामनारायण प्रसाद ने भूमि पैमाइश के लिए उनसे दस ह•ार रूपए रिश्वत की मांग की। सत्येंद्र ने बतौर अधिवक्ता उसको कई तर्क दिए लेकिन कानूनगो रिश्वत की मांग पर अड़ा रहा। पूरे प्रकरण से आहत अधिवक्ता ने भ्रष्टाचार निवारण टीम के उपाधीक्षक प्रेम शंकर दूबे से ख्ब् जून को मिलकर सारी बातें बताई। उनके निर्देश पर अधिवक्ता ने दो किस्तों में पैसे देने पर कानूनगो को राजी कर लिया। इस क्रम में मंगलवार को दोपहर दो बजे वह पांच ह•ार रूपए लेकर तहसील पहुंचे। पैसे की लेनदेन के दौरान ही भ्रष्टाचार निवारण टीम के सदस्यों ने कानूनगो को धर दबोचा। नोटों पर लगे रसायन के कारण पानी पड़ते ही उसका हाथ लाल हो गया। टीम की इस कार्रवाई से तहसील में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गयी।

जा चुका है जेल

अधिवक्ताओं ने बताया कि रिश्वत लेने के आरोप में आरोपी पूर्व में भी एक बार जेल जा चुका है। इस बाबत उपाधीक्षक प्रेमशंकर दूबे ने बताया कि शिकायतकर्ता की शिकायत पर कानूनगों को पांच हजार रूपया लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के दौरान निरीक्षक सरोज पाण्डेय, गो¨बद बल्लभ जोशी, नरेन्द्र सिंह, ओमप्रकाश, पुनीत सिंह, अश्वनी पाण्डेय सहित तमाम लोग उपस्थित थे।