- मंगलवार को नए डीएम सर्किल रेट लागू, एक दिन पहले तक ट्रेजरी से बिके करोड़ों के स्टाम्प

- अफसरों ने पब्लिक को राहत के साथ दी छूट, 24 नवंबर तक के स्टाम्प खरीदने वालों की रजिस्ट्री पुराने सर्किल रेट पर

- सर्किल रेट की दरें मालूम चलने पर पब्लिक नाराज, अफसरों पर लगाया बिना सर्वे नई दरें लागू करने का आरोप

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KANPUR : रजिस्ट्री करवाने वालों के लिए राहत भरी खबर है। जिन लोगों ने ख्भ् नवंबर से पहले स्टाम्प खरीद लिये हैं। उन्हें नई दरें लागू होने के बाद भी एक्स्ट्रा स्टाम्प ड्यूटी अदा नहीं करनी पड़ेगी। ऐसे लोगों से रजिस्ट्री के लिए पुरानी दरें ही चार्ज की जाएंगी। रजिस्ट्री अफसरों के मुताबिक पुरानी दरों पर रजिस्ट्री करवाने वालों को लिमिटेड ग्रेस पीरियड ही दिया गया है। नये स्टाम्प खरीदने वालों को कोई छूट नहीं दी जाएगी।

पुराने रेट पर सबसे ज्यादा

ख्भ् नवंबर से जिले में नए डीएम सर्किल रेट लागू कर दिए गए। करीब तीन दिनों बाद मंगलवार को जब रजिस्ट्री ऑफिस खुला तो रजिस्ट्री करवाने वालों की जबर्दस्त भीड़ जुटी। हालांकि, सबसे ज्यादा रजिस्ट्रियां पुराने सर्किल रेट्स के हिसाब से ही हुई। इनमें वो लोग शामिल थे, जिनके पास ख्ब् नवंबर तक खरीदे गए स्टाम्प थे। रजिस्ट्री ऑफिसर्स के अनुसार ख्ब् नवंबर या उससे पहले जिन लोगों ने रजिस्ट्री के लिए पेपर्स तैयार करवा लिये थे। उनसे पुरानी दरों के हिसाब से ही सर्किल रेट वसूला गया।

हर जोन में लगा मेला

मंगलवार को रजिस्ट्री ऑफिस में मेले सरीखा नजारा था। सभी चार जोन हाउसफुल थे। सुबह टोकन इश्यू करवाने से लेकर रजिस्ट्री के लिए मारामारी रही। हालत यह रही कि जिन लोगों ने सुबह टोकन लिया। उनका नंबर देर शाम तक आया। पुरुषों की तुलना में सबसे ज्यादा रजिस्ट्री महिलाओं के नाम पर हुई। रजिस्ट्री की रसीद लेने के लिए भी देर शाम तक ऑफिस में पब्लिक और उनके वकील आते-जाते रहे।

ट्रेजरी से मंगवाई डिटेल

नई और पुरानी दरों में कोई फर्जीवाड़ा न हो सके। इस बाबत ट्रेजरी ऑफिस से ख्ब् नवंबर तक जारी किये गये स्टाम्प्स की डिटेल भी मंगवाई जा चुकी है। इसमें तमाम जानकारियां हैं। जैसे किस-किस वेंडर को कितने स्टाम्प बेचे गए। ट्रेजरी से सीधे तौर पर कितने लोगों ने स्टाम्प खरीदे। यहां से अन्य जिलों में कितने स्टाम्प भेजे गये। एआईजी स्टाम्प देवेन्द्र सिंह ने बताया कि पब्लिक को नुकसान से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है। जिससे नई दरों का बोझ जनता पर न पड़े।

सर्किल रेट बढ़ाने में 'खेल'

नये डीएम सर्किल रेट बढ़ाने में जमकर खेल किया गया है। यह आरोप है रजिस्ट्री करवाने पहुंची पब्लिक का। जेके कॉलोनी निवासी पूर्व पार्षद राजीव उपाध्याय ने बताया कि वह प्लॉट की रजिस्ट्री करवाने आए हैं। म् हजार वर्गमीटर की दर से खरीदे गए प्लॉट पर क्फ् हजार के हिसाब से सर्किल रेट देना पड़ रहा है। यानि दो गुने से भी ज्यादा। वहीं पॉश इलाकों में सर्किल रेट ज्यादा नहीं बढ़ाए गए। यानि यहां भी पब्लिक के साथ पार्शियलिटी हुई है। जबर्दस्त महंगाई की वजह से लोग आउटर एरिया में प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं। ज्यादा रेवेन्यू यहीं से आता है। इसलिए अफसरों ने इन्हीं इलाकों का बैठे-बैठे सर्किल रेट बढ़ा दिया।

'जिन लोगों ने प्रॉपर्टी खरीदने के लिए ख्ब् नवंबर तक स्टाम्प खरीद लिये हैं। उनकी रजिस्ट्री पुरानी दरों पर ही की गई है। ऐसे लोगों के लिए कुछ ग्रेस पीरियड दिया गया है। फर्जीवाड़ा न हो इसके लिए ट्रेजरी से बिके स्टाम्प का डाटा भी मंगवाया गया है.'

- देवेन्द्र सिंह, एआईजी स्टाम्प