-दो दिन की पड़ताल के बाद पुलिस का शक करीबियों पर गहराया

-बयानों में विरोधाभास ने जांच की दिशा को मोड़ा

LUCKNOW :

नाका में शनिवार को दिनदहाड़े सीडीआरआई की लैब टेक्नीशियन वीना मेहरोत्रा की हत्या के मामले की जांच में जुटी पुलिस टीमों के शक की सुई करीबियों पर टिक गई है। बयानों में विरोधाभास और परिस्थितिजन्य साक्ष्यों में तालमेल न होना पुलिस के शक को गहराता मालूम पड़ रहा है। अब पुलिस मृतका के सभी करीबी रिश्तेदारों के मोबाइल की लोकेशन व मूवमेंट की पड़ताल में जुट गई है।

यह थी घटना

शनिवार पूर्वान्ह 11.45 बजे नाका के राजेंद्र नगर स्थित बलरामपुर क्वार्टर स्ट्रीट निवासी हार्डवेयर कारोबारी राजीव मेहरोत्रा की पत्‍‌नी व सीडीआरआई में सीनियर लैब टेक्नीशियन वीना मेहरोत्रा की अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी थी। घर का सामान भी बिखरा हुआ मिला था। मृतका के पति राजीव ने 4 लाख रुपये कैश व 20 लाख रुपये की ज्वैलरी गायब होने की बात पुलिस का बताई थी। हालांकि, मृतका के शरीर पर मौजूद ज्वैलरी को लुटेरों द्वारा न ले जाना पुलिस के लिये बड़ा सवाल बन गया था।

परिजनों के जवाबों ने शक गहराया

घटना के बाद मौके पर पहुंचा स्निफर डॉग घटनास्थल को सूंघने के बाद छत की ओर गया और वापस लौट आया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मृतका के परिजनों ने बताया कि छत का दरवाजा अमूमन बंद रहता था। घटना के बाद पहुंचे राजीव ने भी पाया था कि छत का दरवाजा खुला था जबकि, घर का मेन गेट बंद था। राजीव ने पुलिस को यह भी बताया था कि वीना ने उनके घर से निकलने से पहले नाश्ता कर लिया था। हालांकि, पोस्टमार्टम में वीना के पेट में कोई खाद्य पदार्थ नहीं मिला। जिस बगल की छत से बदमाश के भीतर आने और वापस जाने का अनुमान लगाया जा रहा है, उस बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लोर पर एटीएम स्थित है। जहां तैनात गार्ड ने भी किसी अनजान शख्स के भीतर जाने और बाहर निकलने की बात से इनकार किया। इन सभी बयानों का विश्लेषण करने के बाद पुलिस का मानना है कि वीना का कातिल उनका बेहद ही करीबी है। जिसने पूरी घटना को दूसरा रूप देने के लिये घर का सामान बिखराकर इसे लूट का रूप दिया।