PATNA: आप होटल और रेस्टोरेंट में खाने के शौकीन हैं। वीकेंड्स पर या ऑफिस से लौटते वक्त शाम को कभी चिकेन बटर मशाला तो कभी मटर पनीर का शौक आप भी रखते हैं, तो ये खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। पटना के रेस्टोरेंट और होटल में परोसा जा रहा है बासी और बचा हुआ खाना। वही चिकेन, जो दिनभर की बिक्री के बाद बच जाता है, उसे धोकर फिर से फ्रिज में डाल दिया जाता है, अगले दिन फिर से उपयोग करने के लिए। ये खुलासा हुआ है फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की छापेमारी में। फूड सेफ्टी कमिश्नर आर के महाजन के निर्देश पर हुई छापेमारी में दो होटलों में इस तरह का मामला सामने आया है। ये दोनो होटल के किचन-रेस्टोरेंट बिना फूड सेफ्टी लाइसेंस के चल रहे थे। छापेमारी के बाद कदमकुआं के महाराजा और आंचल रेस्टोरेंट के किचन और रेस्टोरेंट को बंद करने का आदेश दिया गया है जबकि खाने के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है। छापेमारी टीम में नारायण राम, मुकेश कश्यप(फूड सेफ्टी ऑफिसर तिरहुत, सुदामा चौैधरी (एफएसओ पटना) और सतेश्वरी सिंह (एफएसओ सारण) शामिल थे।

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दिन के एक बजे कदमकुआं के महाराजा होटल में पहुंची फूड सेफ्टी विभाग की चार सदस्यीय टीम ने होटल के किचेन में रखे फ्रिज और डीप रेफ्रिजरेटर को खंगाला। इन दोनों में जो दिखा, उसे देखकर अधिकारियों के होश उड़ गए। खासकर डीप रेफ्रिजरेटर के अंदर से निकलती बदबू से तो वहां खड़ा रहना भी मुश्किल हो रहा था। फ्रिज में कई दिनों से बना नॉन वेज ग्रेवी रखा था, इसमें कीड़े लगे थे और बदबू आ रही थी। इसके साथ ही रखा था चिकेन, जो बनाने के बाद धोकर रखा गया था। इधर ग्रीन मटर को भी डीप फ्रीजर में रखा गया था, इसमें भी कीड़े लग गए थे। यानि ये भी काफी पुराना था।

कदमकुआं के महाराजा होटल और आंचल रेस्टोरेंट(नंद होटल) के किचेन बिना फूड सेफ्टी लाइसेंस के चल रहे थे। छापेमारी में इनमें काफी अनियमितता पकड़ी गई है। फूड सैंपल को जांच के लिए लैब भेजा गया है। इन दोनों रेस्टोरेंट-किचेन को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।

मुकेश जी कश्यप, फूड सेफ्टी ऑफिसर, तिरहुत