- BHU में आयुर्वेद चिकित्सा पर चर्चा को जुटे एक्सप‌र्ट्स

- आयुर्वेद से संबंधित तीन पुस्तकों का विमोचन व तीन सॉफ्टवेयर अग्नि, सार व प्रकृति को भी किया गया लॉन्च

VARANASI:

आयुर्वेद फैकल्टी बीएचयू के क्रिया शरीर व कौमार भृत्य बाल रोग विभाग के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को एक केएन उडप्पा ऑडिटोरियम में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। व्याधियों में दोष, धातुमल का प्रयोग विषयक सेमिनार में बतौर चीफ गेस्ट प्रो। पीवी तिवारी ने कहा कि हर हाल में जीवन की सुरक्षा के उपाय जरूरी हैं। इस तरह के आयोजनों से ही नये रास्ते निकलेंगे। आईएमएस के डायरेक्टर प्रो। आरजी सिंह ने आचार्य चरक एवं सुश्रुत के सिद्धांतों को आधार बनाकर रिसर्च की जरूरत बताई। डीन प्रो। एम साहू ने आयुर्वेद के महत्व को रेखांकित किया। कहा कि बच्चे अपनी बीमारी बता नहीं पाते इसलिए इनका इलाज चुनौती होता है। इस अवसर पर आयुर्वेद के क्षेत्र में काम करने वाले विशिष्ट जनों को सम्मान भी किया गया। स्वागत डॉ। बीएम सिंह व आयोजन की रूपरेखा डा। संगीता गहलोत ने प्रस्तुत की। संचालन डॉ। किशोर पटवर्धन व धन्यवाद ज्ञापन डॉ। पीएस उपाध्याय ने किया। इस मौके पर आयुर्वेद से संबंधित तीन पुस्तकों का विमोचन तथा तीन सॉफ्टवेयर अग्नि, सार व प्रकृति को भी लॉन्च किया गया।