238 परीक्षार्थियों का प्राप्तांक एवं कट ऑफ जारी करने में लगा लम्बा समय

उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन ने करवाई थी कंबाइंड स्टेट इंजीनियरिंग 2011 परीक्षा

ALLAHABAD: कभी नाम सार्वजनिक करने में अड़ंगा तो कभी प्राप्तांक और कट ऑफ मेरिट जारी करने में हद दर्जे की देरी। उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) के लिए यह कोई नयी बात नहीं रही है। इसका एक और उदाहरण कंबाइंड स्टेट इंजीनियरिंग एग्जाम 2011 में देखने को मिली है। अव्वल तो इसकी भर्ती प्रक्रिया को ही पूरा करने में पांच साल से ज्यादा का समय लग गया। उस पर तुर्रा ये कि मुठ्ठीभर सफल परीक्षार्थियों के लिए उनके अंक ऑनलाइन करने में भी आयोग को 03 महिने 21 दिन यानि कुल 111 दिन का टाइम लग गया।

पांच जुलाई को आया था रिजल्ट

यूपीपीएससी ने कंबाइंड स्टेट इंजीनियरिंग एग्जाम 2011 का इंटरव्यू बीते 16 से 25 जून के बीच आयोजित किया था। इसका रिजल्ट इंटरव्यू के बाद मात्र 10 दिन में 05 जुलाई को घोषित कर दिया गया। हैरत की बात है कि आयोग इसका प्राप्तांक एवं कट ऑफ मेरिट 24 अक्टूबर को जारी कर सका। इससे आयोग के खिलाफ आवाज उठाने वाले प्रतियोगियों को फिर से मौका मिल गया है।

कुल 251 पद थे शामिल

आयोग ने एक ऐसी परीक्षा का प्राप्तांक एवं कट ऑफ मेरिट जारी करने में लापरवाही की है। जिसमें पदों की संख्या 351 और सफल अभ्यर्थियों की संख्या महज 238 ही है।

पांच साल से ज्यादा लगा समय

इस परीक्षा का विज्ञापन वर्ष 2011 में आया था। लिखित परीक्षा का रिजल्ट कई बार मांग के बाद 20 मई 2016 को घोषित किया गया। पांच साल से ज्यादा समय तक चली भर्ती प्रक्रिया के चलते अधिकतर परीक्षार्थी पहले ही परीक्षा से किनारा कर चुके थे। इसमें असिस्टेंट इंजीनियर सिविल इन इरिगेशन डिपार्टमेंट, असिस्टेंट इंजीनियर मैकेनिकल इन इरिगेशन डिपार्टमेंट, असिस्टेंट इंजीनियर इन इलेक्ट्रिकल एंड मैकेनिकल इन पीडब्ल्यूडी, असिस्टेंट डायरेक्टर फैकेल्ट्री इन लेबर डिपार्टमेंट के पद शामिल थे।