-काशी विद्यापीठ में अभी तक डिक्लेयर नहीं हो सका MBA फ‌र्स्ट सेमेस्टर का रिजल्ट

-स्टार्ट होने वाली हैं थर्ड सेमेस्टर की क्लासेज, स्टूडेंट्स में आक्रोश

VARANASI:

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में एग्जाम तो धड़ाधड़ हो रहे हैं लेकिन रिजल्ट डिक्लेयर होने की स्पीड काफी सुस्त है। इस मामले में एमबीए सबसे आगे है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन एक के बाद एक एग्जाम्स कंडक्ट कराता चला जा रहा है। लेकिन ऐसा लगता है कि रिजल्ट डिक्लेयर करने की उसे कोई चिंता ही नहीं है। यही कारण है कि एमबीए फ‌र्स्ट व सेकेंड सेमेस्टर के रिजल्ट अभी तक नहीं डिक्लेयर किए जा सके हैं। जबकि थर्ड सेमेस्टर की क्लासेज स्टार्ट होने वाली हैं। इसी क्रम में एमफिल भी शामिल है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की उदासीनता के चलते स्टूडेंट्स का भविष्य अधर में है। उधर नाराज स्टूडेंट्स का कहना है कि इस बाबत यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन से कई बार अनुरोध किया गया है। लेकिन इसके बावजूद कोई फर्क नहीं पड़ा।

कई सेमेस्टर्स के एग्जाम एक साथ

जिस तरह से एक बाद एक सेमेस्टर की पढ़ाई होती जा रही है उससे स्टूडेंट्स पर बोझ बढ़ता चला जा रहा है। स्टूडेंट्स का कहना है कि एक न एक दिन स्टूडेंट्स को एकसाथ एग्जाम देना ही पड़ेगा। दूसरी ओर समय से रिजल्ट न डिक्लेयर होने से बाद में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने आशंका जताई कि यदि किसी स्टूडेंट का फ‌र्स्ट व सेकेंड सेमेस्टर के किसी पेपर में बैक आ गया तो उसे तीनों सेमेस्टर्स का एग्जाम एक साथ देना होगा।

सेमेस्टर में रिजल्ट बाधक नहीं

धड़ाधड़ क्लासेज व एग्जाम पर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि सेमेस्टर सिस्टम में रिजल्ट कोई बाधक नहीं है। पिछले सेमेस्टर में फेल होने के बावजूद अगले सेमेस्टर में स्टूडेंट्स को प्रमोट कर दिया जाता है।