-500 करोड़ के 3 प्रोजेक्टस को केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय की मिली सहमति

KANPUR: कानपुराइट्स के लिए एक नहीं फ्-फ् अच्छी खबर हैं। गंगा से जुड़े रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट सहित भ्00 करोड़ के तीन प्रोजेक्ट्स को केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय से सहमति मिल गई है। शासन से पहले इन प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी मिल चुकी है। इससे केडीए ऑफिसर्स खासे उत्साहित है। अब इन प्रोजेक्ट्स पर केवल जल संसाधन मंत्रालय की हाईपॉवर कमेटी की मुहर लगना बाकी है। इस कमेटी के सामने प्रोजेक्ट पेश करने की तैयारी में वे जुट गए हैं।

जगमाएंगें गंगा के तट

केडीए ने आईआईटी के जरिए रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट तैयार कराया था। फ्फ्0 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के अ‌र्न्तगत गंगा बैराज से रानी घाट के बीच, एल्गिन मिल के पीछे, परमट एवं मेस्कर घाट के आगे चार स्थानों पर नए घाट बनाए जाने हैं। गंगा बैराज से जाजमऊ तक पॉथवे के अलावा कलरफुल-डेकोरेटिव लाइटिंग, चेंजिंग रूम, पाथवे, पार्किंग आदि भी बनाई जानी है। यही नहीं रानी घाट एवं परमट घाट के आगे आधुनिक श्मशान गृह निर्माण को भी शामिल किया गया है। इस प्रोजेक्ट को पहले ही शासन ने हरी झंडी दे दी थी। थर्सडे को दिल्ली में केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय में हुई मीटिंग में भी इस प्रोजेक्ट को सहमति दे दी गई।

गंगा के किनारे ड्राइव इन थियेटर

केडीए ने गंगा बैराज के पास बॉटेनिकल गार्डेन बनाने के प्रोजेक्ट को भी मीटिंग में पेश किया गया। केडीए वीसी जयश्री भोज के मुताबिक इस प्रोजेक्ट को भी मीटिंग में सैद्धान्तिक सहमति दे दी गई है। करीब 80 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में ख् किलोमीटर तक घाट, ड्राइव इन थियेटर, तीन मैरिज हॉल, बोट क्लब, पार्किंग, एक विशाल झील, ब्00 लोगों की क्षमता वाला एम्फीथियेटर आदि वर्क श्ामिल है।

गंगा बैराज से बिठूर तक नौका विहार

केडीए ने बिठूर के ऐतिहासिक धु्रव टीला से पत्थर घाट तक डेढ़ किलोमीटर तक घाटों के ब्यूटीफिकेशन, रेनोवेशन और पत्थर घाट के पास एक नया घाट डेवलप करने का प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया। जिसमें ध्रुव टीला में एक टूरिस्ट स्पॉट भी डेवलप किया जाना है। जहां टायलेट, चेंजिंग रूम, पाथवे, लाइटिंग, पार्किग सुविधा होगी। इसके साथ ही गंगा बैराज से लेकर बिठूर तक नौका विहार की व्यवस्था आदि वर्क शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट में 80 से क्00 करोड़ तक खर्च होने का अनुमान है। केडीए ऑफिसर्स के मुताबिक इस प्रोजेक्ट को भी सैद्धान्तिक सहमति मिल गई है। एक पखवारे में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर स्वीकृति के लिए जलसंसाधन मंत्रालय की हाई पॉवर कमेटी के सामने पेश करने का निर्देश दिया गया है।

यूपी से केवल कानपुर

थर्सडे को केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय के सचिव अनूप विश्नोई की अध्यक्षता में गंगा बेसिन में स्थित प्रमुख शहरों में सीवेज ट्रीटमेंट, गंगा सफाई को लेकर जल संसाधन मंत्रालय, नई दिल्ली में मीटिंग हुई। इस मीटिंग में हरिद्वार, इलाहाबाद, वाराणसी एवं कानपुर के प्रोजेक्ट्स पर डिस्कशन हुआ। मीटिंग की खास बात ये रही कि यूपी से केवल कानपुर सिटी के फ् प्रोजेक्ट पेश किए गए, जिन्हें नगर विकास विभाग उत्तर प्रदेश, शासन से पहले ही स्वीकृति मिल चुकी थी। इन्हें शासन ने नेशनल गंगा रिवर बेसिन अथारिटी को भेजा है। ये तीनों प्रोजेक्ट केडीए के हैं। मीटिंग में गंगा सफाई के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की गई। अन्य सिटीज में भी कानपुर की तरह ही प्रोजेक्ट्स तैयार करने के निर्देश दिए गए .मीटिंग में केडीए वीसी जयश्री भोज, नगर विकास सचिव एसपी सिंह, नेशनल गंगा रिवर बेसिन अथारिटी के एडीशनल डायरेक्टर मौजूद रहे।