एसपी देहात ने वारदात का किया खुलासा

दो आरोपी पुलिस गिरफ्त, एक अभी भी फरार

BAREILLY:

भमोरा थाना क्षेत्र के तहसीनी राइस मिल ओनर के बेटे रईस को 7.5 लाख के लेनदेन के लिए गोली मारी गई थी। वारदात का खुलासा एसपी देहात डॉ। ख्याति गर्ग ने ट्यूजडे को पुलिस लाइन में एक प्रेस कांफ्रेंस में किया। एसपी देहात ने बताया कि रईस ने अपने दोस्त रामू से करीब डेढ़ साल पहले रुपए उधार लिए थे। रामू छह माह से रुपए वापस करने के लिए रईस पर दबाव बना रहा था। जिसको लेकर दोनों पक्षों में विगत 1 जून को कहासुनी हो गई। जिसके बाद रामू ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर रईस को गोली मार दी। पुलिस ने इस मामले के दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है। पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है।

6 महीने से अदावत

पुलिस गिरफ्त में आए रामू उर्फ सचिन प्रताप सिंह निवासी नकटपुर ने बताया कि उसके खेत में करीब डेढ़ साल पहले प्रशासन ने नहर बनाई थी, जिसके बदले में उसे प्रशासन ने साढ़े सात लाख रुपए दिए थे। वह रुपए उसने रईश को उधार में छह माह के लिए दिया था। रईस ने एक साल बाद भी जब रुपए नहीं दिया तो वह बार-बार रुपए मांग रहा था। इसको लेकर उसकी कहासुनी हुई थी।

मारने की बनाई योजना

रुपए मिलता न देख रामू ने अपने दोस्त संजय निवासी तख्तपुर व एक अन्य दोस्त के साथ रईस रास्ते से हटाने की योजना बनाई। 1 जून को राइस मिल पर पहुंच रामू ने रईस से पैसे मांगे तो दोनों के बीच कहासुनी हुई। उसके बाद रामू दोनों दोस्तों के साथ रईस को लेकर हिसाब की बात कहकर शादीपुर मार्ग पर चल दिया। लेकिन रास्ते में पहुंचते ही दोनों के बीच फिर कहासुनी हो गई। इसी बात पर रामू ने रईस को पांच गोली मार दी जिसमें से तीन गोली रईस को लग गई, और एक गोली रामू को छूते हुए निकल गई।

पूछताछ में हुआ खुलासा

पुलिस पूछताछ में राइस मिल नौकर ने भी इस बात को बताया था कि रईस रामू के साथ गया था, और उसकी राइस मिल पर भी कहासुनी हुई थी। पुलिस ने गिरफ्त में आए रामू और सचिन के पास से पुलिस ने एक तमंचा और 2 कारतूस भी बरामद किए है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया।