RANCHI: लगभग पांच दशक से भी ज्यादा पुराने रिम्स में लगे सीलिंग फैन इन दिनों डॉक्टरों, स्टाफ व मरीजों के खून के प्यासे बने हुए हैं। मेंटेनेंस के अभाव में जर्जर ये पंखे कब किसके माथे पर गिर कर उसे लहूलुहान कर दें, इसका कोई ठीक नहीं है। इसकी पुष्टि शुक्रवार को एएलटी में लगे सीलिंग फैन के गिरने से होती है, जिसमें एक जूनियर डॉक्टर शाहरुख अंसारी को सिर फट गया वहीं दूसरे स्टूडेंट को भी चोटें लगी हैं। शाहरुख के सिर में पांच टांके लगे। साथ ही उसका सिटी स्कैन भी कराना पड़ा। इतना ही नहीं, दो दिन पहले ही एमओ के चैंबर में पुराने पंखे की वजह से आग लग गई थी। शुक्रवार की घटना के बाद डायरेक्टर आफिस के बाहर काफी संख्या में स्टूडेंट्स जमा हो गए और सालों पुराने जर्जर पंखों को बदलने की मांग की। वहीं, डायरेक्टर ने भ्00 नए पंखे खरीदने का आदेश दिया है।

बर्न वार्ड का मरीज भी जख्मी

बर्न वार्ड में ख्8 नंबर बेड पर प्रमोद नामक मरीज था। उस पर पंखा गिर गया। इससे उसे चोट आ गई है। मरीज की पत्‍‌नी भुवनेश्वरी देवी को भी चोट लगी है।

मेंटेनेंस नहीं होने से बढ़ा खतरा

रिम्स के आफिस, वार्डो के अलावा क्लास में भी पुराने पंखे ही अब तक चल रहे हैं। सालों पुराने इन पंखों से लगातार हादसे हो रहे हैं। मेंटेनेंस नहीं होने के कारण हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। अगर हास्पिटल में यहीं स्थिति रही, तो आने वाले दिनों में किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है।

दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई

जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने स्टूडेंट का तत्काल इलाज शुरू करने और सिटी स्कैन कराने के लिए डायरेक्टर को धन्यवाद दिया। इसके अलावा जेडीए ने रिम्स में लगे पुराने पंखों को बदलने की भी मांग की है। साथ ही इन हादसों के लिए जिम्मेवार कांट्रैक्टर और इंजीनियरों पर कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की है।

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ख्भ् मई को एमओ के चैंबर में लगी थी आग

हास्पिटल के मेडिकल आफिसर डॉ। रघुनाथ प्रसाद सिंह बीते बुधवार को अपने चैंबर में काम कर रहे थे। इसी बीच उनके चैंबर में लगे पंखे में आग लग गई। आनन-फानन में वहां से सभी लोग भागते हुए बाहर निकले। इसके बाद फायर एक्सटिंग्विशर की मदद से आग पर काबू पाया गया।