पल-पल बदल रहे मौसम का कहर, लू व दस्त की चपेट में शहर

विभिन्न वार्ड के सभी 1400 बेड फुल, जमीन पर इलाज की मजबूरी और

गलियारे में भी लगाए गए बेड

RANCHI: रिम्स में पिछले कुछ दिनों से भर्ती मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। हॉस्पिटल में पैर रखने की भी जगह नहीं है। कुछ वार्डो में पेशेंट्स के लिए एक्स्ट्रा बेड लगाए जा रहे हैं, तो कई वार्डो में जमीन पर भी मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है।

लू व दस्त के बढ़े मरीज

रिम्स में इन दिनों लू और दस्त की शिकायत लेकर अधिकतर मरीज आ रहे हैं। इसके अलावा सर्जरी कराने और बर्निग के पेशेंट्स की संख्या भी काफी बढ़ गई है। इमरजेंसी में भी पैर रखने की जगह नहीं है। चारों ओर अव्यवस्था का माहौल है। डॉक्टर भी भाग-भाग कर मरीजों का ट्रीटमेंट कर रहे हैं।

ओपीडी में लंबी लाईन

पल-पल बदलता मौसम लोगों की सेहत बिगाड़ रहा है। रिम्स ओपीडी में भी मरीजों की लंबी लाइन लग रही है। ओपीडी में मरीजों की गंभीर स्थिति देख उसे एडमिट किया जा रहा है। लेकिन वार्ड में बेड नहीं है। गलियारे में बेड लगाया जा रहा है। एक बेड पर दो-दो मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

बॉक्स

बेड से अधिक पेशेंट्स

वार्ड बेड पेशेंट

बर्न 18 20

आइसीयू (सर्जरी) 36 41

न्यूरो 48 71

मेडिसीन (सीबी शर्मा) 26 29

रिम्स डायरेक्टर से सीधी बातचीत

सवाल : पेशेंट्स की संख्या बढ़ गई है, तो उनके लिए कोई व्यवस्था की जा रही है क्या?

जवाब : नहीं, हॉस्पिटल में जितनी सुविधा है उसी में पेशेंट का इलाज किया जा रहा है। अलग से कोई व्यवस्था नहीं की जा सकती।

सवाल : मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सीट बढ़ाई जाएंगी क्या?

जवाब : बेड बढ़ाने का अभी कोई प्रोपोजल नहीं है। उसके लिए काफी नॉ‌र्म्स हैं।