- पीडब्ल्यूडी को फोरलेन इनर रिंग रोड का प्रस्ताव तैयार करने के दिए निर्देश

- फोरलेन बनने के बाद बीडीए महायोजना 2021 में कर सकता है बदलाव

BAREILLY:

श्यामगंज फ्लाईओवर का तोहफा शहरवासियों को देने के बाद अब वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल इनर रिंग रोड का तोहफा देने जा रहे हैं। इसके अलावा रबड़ फैक्ट्री की खाली पड़ी जमीन को संवारने के आदेश भी वित्त मंत्री ने दिए हैं। ताकि शहर का चौमुखी विकास हो सके। इस बाबत मंडे को वित्त मंत्री ने प्रशासन, बीडीए, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर उन्हें आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने इनर रिंग रोड बन जाने और रबड़ फैक्ट्री की जमीन पर विकास कार्य कराए जाने की मुहर लग जाने के बाद यहां इंडस्ट्रियल, हाउसिंग, कार्पोरेट या अन्य किसी विकास कार्य का खाका र्खीचने की जिम्मेदारी बीडीए को सौंपी है। जरूरत पड़ने पर रिवाइज हो रहे बीडीए महायोजना 2021 में बदलाव करने का आदेश ि1दया है।

सड़कें और आरअोबी बनेंगे

वित्त मंत्री ने मीटिंग में प्रशासन, पीडब्ल्यूडी और बीडीए के अधिकारियों को संभावित जगहों पर जहां जरूरत हो वहां आरओबी या सड़कों का प्रस्ताव मांगा है। शहर से सटे इलाकों में पेयजल ट्रीटमेंट प्लांट लगाने, कॉलेज या स्कूल निर्माण समेत शहर के विकास के लिए सघनता के साथ बेस लाइन सर्वे कर जरूरत के मुताबिक निर्माण कार्यो का प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं।

इनर रिंग रोड निर्माण

- रजऊ परसपुर से बुखारा, बदायूं रोड, आईटीबीपी के पास से फतेहगंज पश्चिमी, दिल्ली रोड तक फोरलेन जो बड़ा बाइपास से मिलेगा।

- यहां इन्डस्ट्रियल एरिया, इन्डस्ट्रियल आवासीय एरिया, आवासीय या शैक्षिक व अन्य संस्थाओं को सेक्टर बेस का निर्माण संभव

- पीडब्ल्यूडी एक्सईएन को फोरलेन और बीडीए टाउन प्लानर को सेक्टर बेस विकास का खाका खींचने के दिए हैं निर्देश

- रिंगरोड के रेलवे लाइन पर आरओबी, नदियों पर पुल बनाने के लिए सिंचाई विभाग और सेतु निगम को प्रस्ताव भेजने के निर्देश

- शहर से सटे बिथरी चैनपुर, क्यारा, कैंट, सीबी गंज, रामपुर रोड के इलाकों का होगा विकास, कृषि भूमि के लैंड यूज में होगा बदलाव

- अभी तक सर्वाधिक डेवलपमेंट बड़ा बाईपास और पीलीभीत बाईपास की तरफ है, इनर रिंग रोड बनने से चौमुखी होगा डेवलमेंट

अभी तक

इनर रिंग रोड वित्त मंत्री की महत्वाकांक्षी योजना है। जिसके लिए मंडे को मीटिंग के दौरान वित्त मंत्री ने डिप्टी सीएम से बात कर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने की स्वीकृति पीडब्ल्यूडी एक्सईएन को दिला दी है। जिसके बाद प्रपोजल शासन को भेजने के आदेश दिए।

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रबड़ फैक्टी पर इंडस्ट्री

- 18 साल पहले रबड़ फैक्ट्री बंद हो चुकी है। प्रशासन ने फैक्ट्री संचालक से जमीन वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

- सिंथेटिक एंड केमिकल्स फैक्ट्री 'रबड़ फैक्ट्री' की 1250 एकड़ जमीन पर प्रदेश का पहला मेन्युफैक्चरिंग हब बनेगा

- रबड़ फैक्ट्री की जमीन पर मल्टी कलस्टर विकसित कर दो फेज में परियोजना को विकसित किए जाने की संभावना

- फूड पार्क से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर तक रबड़ फैक्ट्री की जमीन पर विकसित किए जाएंगे

- यूपीएसआईडीसी को सर्वे एजेंसी ने डीपीआर सौंप दी थी। नवंबर में संबंधित संस्था के चेयरमैन ने किया था दौरा

- प्रोजेक्ट पर शासन देगा मंजूरी, परियोजना को यूपीएसआईडीसी प्रोजेक्ट को पीपीपी मॉडल पर विकसित कराएगा

- मल्टीनेशनल कंपनियों को करेंगे आमंत्रित, जिससे रोजगार समेत बरेली के विकास की खुलेंगी राहें, बीडीए का सहयोग

अभी तक

दिल्ली की एजेंसी नोवार्क ने रबड़ फैक्ट्री की जमीन का सर्वे का काम पूरा कर डीपीआर प्रशासन को सौंप दी है। परियोजना के बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर पर 710 करोड़ की रकम खर्च होगी। फैक्ट्री की जमीन पर नोएडा की तर्ज पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की योजना है। जिसमें बीडीए सहयोगी की भूमिका में कार्य करेगा।

शहर का एकतरफा नहीं चौतरफा डेवलपमेंट कैसे हो सकता है इसको लेकर चर्चा हुई। जिसमें इनर रिंग रोड निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया है।

राजेश अग्रवाल, वित्त मंत्री

रिंग रोड बन जाने से सर्किल रेट बढ़ने के साथ ही एरिया के समग्र विकास की प्रबल संभावनाएं हैं। पीडब्ल्यूडी का प्रपोजल मंजूर होने के बाद बीडीए की बारी है।

सुरेंद्र कुमार, वीसी, बीडीए