इसी हफ़्ते ब्राज़ील के रियो डी जनेरो शहर में हुए एक सम्मेल में इस दिलचस्प और आश्चर्यजनक खोज के बारे में जानकारी दी गई। अमेज़न की तरह ही ये नदी भी पश्चिम से पूर्व की ओर बहती है, लेकिन इसकी गति अमेज़न के मुक़ाबले काफ़ी कम है। इसके बारे में सेमिनार में एलिज़ाबेथ तावारेस पिमैन्टल ने जानकारी दी।

इस नदी का नाम उन्हीं के सुपरवाइज़र के नाम पर हमज़ा रखा गया है।

शोध प्रक्रिया

ब्राज़ील की राष्ट्रीय भूगर्भ संस्था की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि संभवतया इसी नदी के कारण अमेज़न के उदगम स्थल के आसपास के पानी में खारापन कम है।

अमेज़न दुनिया की सबसे बड़ी नदी है और इसके ज़रिए रोज़ाना 17 अरब मीट्रिक टन पानी अटलांटिक महासागर में जाता है। हमज़ा नदी की लंबाई भी लगभग छह हज़ार किलोमीटर आँकी गई है। दरअसल इस नदी का पता 241 तेल के बंद पड़े कुँओ के अध्ययन से चला। इन कुँओं की खुदाई सत्तर और अस्सी के दशक में की गई थी।

वैज्ञानिकों ने उनके अलग-अलग स्तरों पर तापमान का अध्ययन करके ये नतीजा निकाला है कि अमेज़न के नीचे एक और नदी का अस्तित्व हो सकता है। इस शोध टीम के प्रमुख हमज़ा ने हालाँकि कहा है कि अभी ये अध्ययन शुरुआती चरण में ही है लेकिन उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि 2014 तक वो ठोस रूप से इस भूमिगत नदी के अस्तित्व की पुष्टि कर पाएँगे।

 

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