स्मार्ट सिटी मीटिंग में अमेरिकी ट्रांसपोर्ट एक्सपर्ट ने रखी अपनी राय

कहा रीवर फ्रंट डेवलप कर जाम से पाया जा सकता है छुटकारा

ALLAHABAD: प्रयाग नगरी को स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल कराने की पहल फिर से शुरू हो गई है। दो बार असफल रहने के बाद नगर निगम इस बार चूकने के मूड में नहीं है। इसी क्रम में शुक्रवार को अमेरिका से आए ट्रैफिक सिस्टम एक्सपर्ट ने पावर प्वाइंटर प्रजेंटेशन के जरिए जरूरी टिप्स दिए। उन्होंने निगम समेत, ट्रैफिक पुलिस, पीडब्ल्यूडी, प्रशासन, रोडवेज आदि विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उनके सुझाव भी आमंत्रित किए।

42 मीटर या अधिक चौड़ी हो सड़कें

शुक्रवार को होटल द लीजेंड में सभी विभागों के साथ बैठक के दौरान ट्रैफिक एक्सपर्ट रिचर्ड और अमेरिका दूतावास की पब्लिक एफेयर्स आफिसर मंदीप कौर ने जरूरी टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि बेहतर ट्रैफिक के लिए 42 मीटर या इससे अधिक चौड़ी सड़कें होनी चाहिए। सड़क पर पैदल, साइकिल, मोटर साइकिल, फोर व्हीलर और हैवी गाडि़यों का सेपरेट ट्रैक हो और ग्रीन पट्टी भी बनाई जाए। अधिकारियों ने इस मौके पर इलाहाबाद की वर्तमान स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सिटी में ऐसी सड़के डेवलप करना आसान नही है। प्रयास जरूर किया जा सकता है।

नदियों से घिरा है शहर

अमेरिकी एक्सपर्ट ने कहा कि शहर तीन ओर से नदियों से घिरा है। ऐसे में रीवर फ्रंट कारीडोर बनाकर जाम से निजात पाई जा सकती है। इससे हैवी ट्रैफिक शहर के एक से दूसरे किनारे जाने के लिए नदियों के किनारे से निकल जाएगा और सिटी पर ट्रैफिक प्रेशर कम होगा। नगर आयुक्त शेषमणि पांडेय ने बताया कि ट्रैफिक सिस्टम बेहतर कराने के लिए लाजपत राय मार्ग और सिविल लाइंस क्षेत्र की कुछ सड़कें चौड़ी बनाई जा रही हैं। इसके अलावा ट्रैफिक जाम से मुक्ति पाने के लिए शहर के लोगों से सुझाव मांगे जाएंगे।

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पहले सुझाव, बाद में भ्रमण

बता दें कि गुरुवार शाम अमेरिका से आए रिचर्ड ने शुक्रवार को बेहतर ट्रैफिक सिस्टम के टिप्स दिए और इसके बाद वह शहर के भ्रमण के लिए निकले। शनिवार को वह वापस अमेरिका लौट जाएंगे। यह चर्चा रही कि बेहतर होता कि वह पहले शहर का जायजा लेते और बाद में अपने सुझाव पेश करते। इसकी शहर के मौजूदा हालात के साथ रिलेवेंसी भी बनती और लोकल अधिकारियों को भी स्मार्ट सिटी के ट्रैफिक सिस्टम को बेहतर बनाने के सुझाव आसानी से समझ में आते। बैठक में अधिशासी अभियंता राजीव कुमार राठी, एमएनआइटी के प्रोफेसर डीके यादव, रोडवेज के आरएम डा। हरीश चंद्र यादव, लोनिवि अधिशासी अभियंता एके द्विवेदी आदि उपस्थित रहे।