- दोनों नदियों के किनारे डेवलप होगा रिवर फ्रंट

- 3.7 किमी दायरे में पायलट स्ट्रैच पर जल्द होगा काम शुरू

- एमडीडीए ने सर्वे किया पूरा, पब्लिक सेक्टर की मदद से डेवलप होगा फ्रंट

------------------

1750 करोड़ रुपए आएगा खर्चा

- 1000 करोड़ रिवर चैनलाइजेशन पर होगा खर्च

- 750 करोड़ फैसिलिटी डेवलपमेंट मद में खर्चा

36 किमी दायरे में किया गया है हाइड्रोलॉजिकल सर्वे

देहरादून, गुजरात में साबरमती और लखनऊ में गोमति रिवर फ्रंट की तर्ज पर दून की रिस्पना और बिंदाल नदियों के किनारे रिवर फ्रंट डेवलप किया जाएगा। ये किसी आधुनिक शहर की तरह होगा और एमडीडीए इसे डेवलप करेगा। पब्लिक सेक्टर की मदद से रिस्पना बिंदला रिवर फ्रंट का निर्माण होगा, जिस पर 1750 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

1750 करोड़ की योजना

रिस्पना, बिंदाल रिवर फ्रंट योजना पर जल्द ही काम शुरू होगा, हालांकि योजना के पायलट स्ट्रैच पर वर्ष 2016 में कुछ निर्माण कार्य किये गए थे, लेकिन कुछ समय से निर्माण कार्य ठप था। एमडीडीए ने अब साफ किया है कि योजना के पायलट स्ट्रैच के तौर पर 3.7 किमी एरिया में कंस्ट्रक्शन जल्द ही शुरू किया जाएगा। रिवर फ्रंट के लिए रिस्पना और बिंदाल दोनों नदियों के 36 किमी स्ट्रैच पर हाइड्रोलॉजिकल सर्वे का काम पहले ही पूरा हो चुका है। रिवर फ्रंट के लिए वैपकॉस कंपनी द्वारा डीपीआर तैयार कर ली गयी है।

----------

दो पार्ट में डेवलप होगा फ्रंट

एमडीडीए के मुताबिक रिवर फ्रंट का डेवलपमेंट दो पार्ट में किया जाएगा। एक पार्ट में दोनों नदियों का चैनलाइजेशन किया जाएगा, जिस पर 1000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। दूसरे पार्ट में फैसिलिटी डेवलवमेंट किया जाएगा, जिस पर 750 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा।

------------

पब्लिक सेक्टर फाइनेंस की उम्मीद

बताया जा रहा है कि रिवर फ्रंट योजना के लिए सरकारी मद में कुछ ही बजट मिल पाएगा। फ्रंट के डेवलपमेंट के लिए पब्लिक सेक्टर से धनराशि जुटाई जाएगी। एमडीडीए द्वारा इसके लिए पब्लिक सेक्टर को इनवाइट किया है। बताया जा रहा है कि प्रोजेक्ट में मदद के लिए एनपीसीसी, एनबीसी और वैपकॉस जैसी कंपनियां आगे आई हैं। बताया जा रहा है कि रिवर फ्रंट की लैंड पर एमडीडीए का ही अधिकार होगा, जिसे पब्लिक सेक्टर को लीज पर दिया जा सकता है।

---------------

रिवर फ्रंट योजना पर एक नजर

- रिस्पना-बिंदाल के किनारे बनेंगी रोड और साइकिल ट्रैक।

- ग्रीन बेल्ट से कवर होगा प्रोजेक्ट।

- ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी आवास बनेंगे।

- सीवरेज और गारबेज के लिए सैपरेट अरेंजमेंट।

- हॉस्पिटल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्सेज का निर्माण।

- प्रोजेक्ट एरिया में होगी मल्टी लेवल पार्किग।

----------

जल्द ही प्रोजेक्ट के पायलट स्ट्रैच पर काम शुरू किया जाएगा। 36 किमी दायरे में रिवर फ्रंट डेवलप किया जाना है, पायलट स्ट्रैच में 3.7 किमी दायरे में निर्माण कार्य जल्द शुरू होंगे। इसके बाद पब्लिक सेक्टर की मदद से प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा।

संजीव जैन, एसई, एमडीडीए।