PATNA (18 Jan): झारखंड सरकार की लापरवाही से बिहार की सकरी-नाटा नदी जोड़ योजना अधर में लटक गई है। झारखंड की अनुमति के बगैर इस की शुरूआत नहीं हो सकती है। इस संबंध में बिहार सरकार की ओर से झारखंड सरकार को रिमाइंडर भी भेजी गई है। लेकिन कोई जवाब झारखंड की तरफ से नहीं आया। केंद्रीय जल आयोग को इस संबंध में अनापत्ति प्रमाण पत्र भी नहीं भेजा गया है.अंतरराज्यीय सहमति के फेर में बिहार की सकरी-नाटा नदी जोड़ योजना अटक गई है।

-2014 में बनी डीपीआर

इस योजना की शुरुआत के लिए झारखंड सरकार सकरी-नाटा नदी जोड़ योजना का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) मई 2014 में केंद्रीय जल आयोग को सौंपी गई थी। बिहार सरकार का जल संसाधन विभाग यह भी स्पष्ट कर चुका है कि वह सकरी नदी के उतने ही पानी का इस्तेमाल करेगा जितना वह वर्तमान में कर रहा है। स्थिति स्पष्ट किए जाने के बाद भी अभी तक झारखंड सरकार द्वारा इस बारे में केंद्रीय जल आयोग को कोई पत्र नहीं लिखा गया है। इस योजना से नवादा, शेखपुरा और नालंदा जिले को लाभ होगा।