आई एक्सक्लूसिव--

--रामलखन सिंह यादव कॉलेज की लाइब्रेरी में लगा रहता है ताला

--कॉलेज मैनेजमेंट की लापरवाही से बर्बाद हो गईं लाखों की किताबें, अब जलाने की है तैयारी

फीगर स्पीक्स-

-15 हजार किताबें हो गईं बर्बाद

-50 हजार किताबें रखी जाएंगी नई लाइब्रेरी में

-200 से ज्यादा स्टूडेंट्स बैठ सकेंगे एक साथ

RANCHI (27 March) : रामलखन सिंह यादव कॉलेज में लाखों रुपए की किताबें दीमक खा गए। ये किताबें उन स्टूडेंट्स के पढ़ने के लिए खरीदी गई थी जो किताबें खरीद पाने में असमर्थ थे, लेकिन स्टूडेंट्स को समय पर किताबें नहीं मिली। पिछले दो साल पहले खरीदी गई ये किताबें कॉलेज मैनेजमेंट की लापरवाही और व्यवस्था की खामियों की भेंट चढ़ गई। दीमक के चट कर जाने के बाद इन किताबों को लाइब्रेरी से बाहर निकाल कर रखा गया है। गत्ते के पेटी में रखे इन किताबों को अब जलाने की तैयारी चल रही है। जल्द ही इन किताबों को आग के हवाले कर दिया जाएगा। रामलखन सिंह यादव कॉलेज में करीब क्भ्000 किताबें हैं। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ वीबी सिंह ने बताया कि लकड़ी के अलमीरा में इन किताबों को रखा गया था, जिस वजह से दीमक ने आसानी से टार्गेट कर लिया। जिन किताबों को लोहे की आलमीरा में रखा गया था, वे किताबें सुरक्षित है।

गिनती के बाद जलाई जाएंगी

प्रिंसिपल की मानें तो इन किताबों को गिनती के बाद जला दिया जाएगा। हालांकि कितनी किताबों को दीमक ने आहार बनाया है, यह अभी तक क्लीयर नहीं है। लेकिन क्भ्000 में से ज्यादातर किताबों को दीमक चट कर चुके हैं।

लाइब्रेरी में लगा रहता है ताला

स्टूडेंट्स ने बताया कि लाइब्रेरी में हमेशा ताला लगा रहता है। इसके अलावा कॉलेज में अन्य बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। टीन की शेड के नीचे क्लास चलता है। सबसे ज्यादा छात्रों को गर्मी के सीजन में परेशानी होती है।

बन रही है बड़ी लाइब्रेरी

प्रिंसिपल ने बताया कि कॉलेज में नई लाइब्रेरी का निर्माण कराया गया है, जिसकी क्षमता भ्0 हजार किताबों की होगी। ख्00 से ज्यादा स्टूडेंट्स एक बार में पढ़ाई कर सकेंगे।