- एक महीने हुई बरसात से शहर की हर सड़क की हालत हुई खराब

-गढ्डों की है भरमार, उखड़ चुकी है गिट्टी

- मार्च-अप्रैल में बनी थीं सड़कें, पब्लिक के लिए इन सड़कों से गुजरना है मुश्किल

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पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में अगर आप सफर कर रहे हैं तो जरा सावधान रहें क्योंकि यहां सड़के गायब हो रही हैं। अरे क्यो सोचने लगे आप? यकीन नहीं हो रहा है तो जरा सड़कों पर चलकर देखिए सिर्फ गढ्डे ही गढ्डे मिलेंगे। एक महीने तक हुई बारिश ने शहर की हर उस सड़क को बर्बाद कर दिया है जिनसे शहर के लोगों का डेली आना-जाना है। बदहाल सड़कों पर हिचकोले खाते चलने वाले शहर के लोग रो रहे हैं और अधिकारी से लेकर नेता हैं कि मस्त होकर बैठे हैं।

हर सड़क का हाल है बेहाल

- एक महीने की बरसात ने हर सड़क की हालत खराब कर दी है

- सिगरा-महमूरगंज रोड, रथयात्रा-सिगरा रोड, रवीन्द्रपुरी-लंका रोड पर ढेरों गढ्डे हैं

- सिगरा-मलदहिया रोड, मलदहिया-कैंट रोड, अंधरापुल-कैंट रोड पर बिना हिचकोले खाए नहीं चला जा सकता है

- कैंट-चौकाघाट रोड, कचहरी-पुलिस लाइन रोड, पुलिस लाइन-पाण्डेयपुर रोड जगह-जगह से उखड़ गयी है और गढ्डे बन गए हैं

ये सड़कें बनी थीं हाल में

- शहर की अधिकांश रोड्स अप्रैल में बनी थीं

- इन्हें बनाने के नाम पर पैचवर्क हुआ था

- मलदहिया से सिगरा रोड तक पैचवर्क में करीब पांच लाख रुपये खर्च हुए थे

-इसी दौरान महमूरगंज रोड का भी पैचवर्क हुआ था

- पुलिस लाइन रोड से पाण्डेयपुर रोड पर भी अप्रैल में वर्क हुआ था

- डीएलडब्ल्यू और अन्य इलाकों की सड़क पिछले साल सितम्बर में बनी थीं

- शहर की आठ सड़कों को बनाने में 20 लाख रुपये खर्च हुए थे

- इनमें सिगरा, नगर निगम, अंधरापुल, पाण्डेपुर, मलदहिया, कैंट, लहरतारा रोड शामिल हैं

- लेकिन बारिश में सभी सड़के गायब हो गई हैं