-हाथी-घोड़ा मंदिर के पास बाइक के बीच भिड़ंत में हुई घटना

-आरोपी बाइक चालक की लोगों ने जमकर की धुनाई

-बस स्टैंड कर्मियों ने बीच रोड पर बॉडी रख किया रोड जाम

-लग गई व्हीकल्स की लाइन

JAMSHEDPUR : साकची थाना एरिया स्थित हाथी-घोड़ा मंदिर के पास हुए रोड एक्सीडेंट में एक व्यक्ति की मौत हो गई। घटना थर्सडे की है। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने रोड जाम कर दिया। करीब चार घंटे तक हुए रोड जाम में लोग घंटों फंसे रहे।

दो बाइक के बीच टक्कर में हुई मौत

जानकारी के मुताबिक सीतारामडेरा थाना एरिया स्थित इंटर स्टेट बस डीपो से टाटा से सीवान तक चलने वाली भवानी शक्ति बस का ड्राइवर अपनी बाइक से बस स्टैंड से साकची की ओर जा रहा था। इस क्रम में हाथी घोड़ा मंदिर के पास दूसरी ओर से तेजी से आ रही दूसरी बाइक उनसे टकरा गई। इस एक्सीडेंट में अनिल सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद तत्काल उन्हें एमजीएम हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां ट्रीटमेंट के दौरान उनकी मौत हो गई। अनिल सिंह छपरा के रहने वाले थे।

लोगों ने की जमकर धुनाई

इधर, इस घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने दूसरे बाइक सवार युवक को पकड़ लिया और उसकी जमकर धुनाई की। काफी देर तक लोगों ने उसे अपने कब्जे में रखा। इस बीच मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को अपने कब्जे में ले लिया। बाद में पुलिस घायल युवक को लेकर एमजीएम हॉस्पिटल पहुंची, जहां से बाद में उसे साकची थाना ले जाया गया।

स्ट्रेचर सहित बॉडी को बीच रोड पर रख किया जाम

घटना के बाद बस स्टैंड के स्टाफ व अन्य लोगों ने एमजीएम हॉस्पिटल के डॉक्टर्स पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि हॉस्पिटल में कोई डॉक्टर नहीं था। इस वजह से अनिल सिंह का समय पर ट्रीटमेंट नहीं हुआ और उनकी मौत हो गई। आक्रोशित लोग हॉस्पिटल के स्ट्रेचर पर ही बॉडी को लेकर मानगो पुल के पास पहुंचे और बॉडी बीच में रखकर रोड जाम कर दिया। इधर अन्य लोगों ने रोड के किनारे रखे लोहे के एंगल से मानगो की और से आने वाले पुल के साथ ही छोटी पुलिया को भी ब्लॉक कर दिया।

लगी लंबी व्हीकल की लाइन

जाम की वजह से आने-जाने वाले लोग घंटों फंसे रहे। रोड जाम होने के कारण एक किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तक व्हीकल की लाइन लग गई। करीब डेढ़ घंटे के जाम के बाद नो इंट्री खुली और हेवी व्हीकल्स का भी आना-शुरू हो गया और सभी जाम में फंसते चले गए। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया और रोड जाम हटाया। जाम हटने के बाद भी रास्ता क्लियर होने में एक घंटे से भी ज्यादा लग गए। इस दौरान सबसे ज्यादा प्रॉब्लम स्कूली बच्चों और महिलाओं को हुई।