- एक दर्जन से अधिक यात्री घायल, प्राथमिक उपचार के बाद घर गए

- घटना के बाद चालक परिचालक यात्रियों को फंसा हुआ छोड़ भाग निकले

- कानपुर से प्रतापगढ़ जा रही थी बस, घायलों में कई रायबरेली के रहने वाले

BIGHAPUR/UNNAO:

उन्नाव-रायबरेली राजमार्गं पर बीघापुर कस्बे के पास शारदा नहर की रे¨लग रहित पुलिया में घने कोहरे के बीच सोमवार रात लगभग डेढ़ बजे यात्रियों से भरी रोडवेज बस नहर में पलट गई। लालगंज डिपो की यह बस घटना के समय कानपुर से सवारियां लेकर प्रतापगढ़ के लिए जा रही थी।

सवारियों को छोड़ भागा चालक

घटना के बाद बस के चालक-परिचालक मौके से भाग निकले। जबकि बस के अंदर फंसे यात्री मदद के लिए चीखते चिल्लाते रहे। कुछ समय बाद यात्रियों की सूचना पर पुलिस कंट्रोल रूम ने बीघापुर थाना पुलिस का अलर्ट किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने बस के अंदर फंसे आधा सैकड़ा यात्रियों को बाहर निकाला। इसके बाद घायल एक दर्जन यात्रियों को पुलिस स्वास्थ केंद्र बीघापुर ले गई। उनका प्राथमिक उपचार करा घायलों और शेष बचे यत्रियों को जहां जाना था, उसे वहां पर पहुंचाने की व्यवस्था की गई।

घने कोहरे की वजह से

सोमवार की रात लगभग डेढ़ बजे घना कोहरा छाया हुआ था। इसी बीच परिवहन निगम की लालगंज डिपो की बस यूपी 72 टी 3610 लगभग 50 यात्रियों को लेकर कानपुर से प्रतापगढ़ जा रही बस बीघापुर कस्बे के पास शारदा नहर पुलिया पर घने कोहरे के बीच अनियंत्रित होकर नीचे नहर में पलट गई। बस के पलटते ही झपकियां ले रहे यात्रियों में कोहराम मच गया। कोई कुछ समझ ही नहीं सका और अंदर फंसे यात्री चुटहिल हो गए।

मदद के लिए चीखते रहे यात्री

यात्रियों में कोहराम मच गया। कोई कुछ समझ पाता, उससे पहले ही बस का चालक और क्लीनर मौके से भाग निकले। इधर, बस के बाहर निकलने के लिए छटपटा रहे यात्री चीखते चिल्लाते रहे, लेकिन उन्हें कोई मदद नहीं मिली। इसपर किसी यात्री ने ही पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। कुछ ही समय बाद कंट्रोल रूम की सूचना पर बीघापुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और यात्रियों को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकला। घायलों में शुक्लागंज कंचन नगर निवासी एक ही परिवार के कई लोगों समेत शुक्लागंज, रायबरेली आदि जगह के लोग सवार थे। घायलों को पुलिस प्राथमिक स्वास्थ केंद्र ले गई। जहां उनका प्राथमिक उपचार कराया गया। प्रभारी निरीक्षक अवधेश पांडेय के अनुसार पुलिस बल जब घटना स्थल पर पहुंचा तो वहां चालक परिचालक नहीं मिले, वह भाग चुके थे। बस में फंसे यात्री बाहर निकलने के लिए चीख पुकार कर रहे थे। उन्हें उनके गन्तव्य के लिए रवाना कर दिया गया।

घायलों में यह रहे शामिल

बस पलटने की घटना में उसपर सवार यात्रियों में शुक्लागंज कंचन नगर निवासी एक ही परिवार के 50 वर्षीय उर्मिला मिश्रा, साक्षी मिश्रा, शिवम मिश्रा व मनोरमा तथा लालगंज रायबरेली निवासी यस्मीन, मोंटी व करहिया बा•ार रायबरेली निवासी श्रीमती रीता, राम भजन निषाद, लालगंज निवासी मोइन समेत एक दर्जन लोग शामिल हैं। जबकि अन्य यात्री जिन्हें मामूली चोटे थी, वह सभी बिना उपचार कराए ही चले गए।

पांच सालों से जर्जर घोषित

शारदा नहर पुलिया में लगभग 5 सालों से दोनों तरफ दीवारें नहीं हैं। 1929 में बनी इस पुलिया को लगभग एक दशक पहले ¨सचाई विभाग ने जर्जर घोषित कर पुन: बनाने की कार्यवाही शुरू की थी, लेकिन उस वक्त तक यह सडक मार्ग लोक निर्माण के अधीन न होने के कारण इस पुलिया का निर्माण नहीं कराया गया। इसके बाद अब जब लगभग 4 साल से यह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग के अधीन हो गई है। इसके बाद एनएचएआई ने सड़क का चौड़ीकरण तो कराया पर पुलिया का निर्माण आज तक नहीं किया गया। आखिर इस नहर की पुलिया का निर्माण ¨सचाई विभाग कराएगा या राष्ट्रीय राजमार्ग यह कोई जनपद का जिम्मेदार अधिकारी बताने को तैयार नहीं है।

नागरिकों ने बनवाने की मांग रखी

पुलिया के दोनों किनारों पर दिवाले न होने से लगभग एक दर्जन से अधिक बड़े वाहन नहर में गिर चुके हैं। दो साल पहले कानपुर के एक मोटर साइकिल सवार दंपति की नहर में गिर जाने से मौत हो गई थी, वहीं उसके पहले भी दो अन्य मौते हो चुकी हैं। दर्जनों दुपहिया, चौपहिया वाहन सवार व ट्रकों के चालक परिचालक गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं।