- कैसरबाग बस अड्डे से जलालपुर, बसखारी, टांडा, उतरौला और राजेसुलतानपुर के लिए चलेंगी बसें

- डग्गामारी पर लगेगी लगाम, जल्द तय होगा किराया, एक सितंबर से बसें चलाने की तैयारी

LUCKNOW: प्रदेश के पांच रूटों पर अब यात्रियों को डग्गामार बसों में सफर के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा। इन रूटों पर भी जल्द ही यात्रियों की बेहतर सुविधा के लिए यूपी रोडवेज की बसें उपलब्ध होंगी। परिवहन निगम ने अब उन रूटों पर भी बसें चलाने की तैयारी कर ली है, जहां पर अब तक डग्गामार बसों का संचालन होता रहा है।

हर रूट पर चार-चार बस

यूपी रोडवेज ने अब तक राजधानी से पांच ऐसे रूट चिन्हित किए हैं, जिन पर डग्गामारों का बोलबाला है। इन रूटों पर 20 बसों का संचालन किया जाएगा। हर रूट पर चार-चार बसें संचालित की जाएंगी। कोशिश यह होगी कि यात्रियों को हर आधे घंटे में रोडवेज की बस मिल सके। इन बसों का संचालन कैसरबाग बस अड्डे से होगा। क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि ये बसें कैसरबाग से जलालपुर, बसखारी, टांडा, उतरौला और राजेसुलतानपुर के लिए चलेंगी। इन क्षेत्रों के लिए एक सितंबर से बसें रवाना की जाएंगी। अभी तक इन बसों का समय और किराया निर्धारित नहीं किया गया है। इस पर काम चल रहा है। सभी रूटों को सर्वे पूरा होते ही समय सारिणी के साथ ही किराया घोषित कर दिया जाएगा।

बस बेड़े में शामिल हो रही नई बसें

विभागीय अधिकारियों ने बताया कि परिवहन निगम में बसों के बेड़े में लगातार इजाफा हो रहा है। हाल में राजधानी को 30 नई जनरथ बसें मिली हैं। जल्द ही 150 नई और बसें लाए जाने की तैयारी है। ऐसे में अब उन रूट को टारगेट किया जा रहा है, जहां पर अब तक रोडवेज की बसें नहीं पहुंच रही थीं। फिलहाल इन रूटों पर अभी डग्गामारों की बादशाहत है। मनमाने किराए के साथ वह यात्रियों से अच्छा व्यवहार भी नहीं करते हैं, लेकिन विकल्प न होने के कारण यात्री उनकी बसों में सफर करने को मजबूर होते हैं।

जिन रूटों को सर्वे कराया जा रहा है, उन पर बसें चलाने के लिए परिवहन आयुक्त से अनुमति मांगी गई है। डग्गामारी खत्म करने और यात्रियों को बेहतर सुविधा के लिए इसकी शुरुआत की गई है।

- एके सिंह

आरएम