>KANPUR: रफ्तार के कहर से लगातार मौतों की संख्या बढ़ रही है। पिछले दिनों वॉल्वो बस से हुए हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई थी। पिछले कुछ महीनों के दौरान कई बार रोडवेज बसें भी हादसे का शिकार हुई हैं। इन हादसों में कई लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल अभी भी इलाज करा रहे हैं। बसों से हुए कई हादसों की जांच के बाद जो वजह सामने आई। वो थी रफ्तार जोकि इंसानी गलती मानी जाती है। ऐसे में रोडवेज ने रफ्तार के कहर से अपने यात्रियों को बचाने के लिए 'ऑटोमैटिक टेक्निक' का यूज करना शुरू कर दिया है। जिससे की रोडवेज बसों में यात्रा करने वाले यात्री सुरक्षित रहें। इसके अलावा यूपी रोडवेज ने अपने लाखों पैसेंजर्स की सुविधा के लिए 24 घंटे की हेल्प लाइन और व्हाट्सएप नंबर भी जारी कर दिया है। रोडवेज बसों की रफ्तार पर किस टेक्निक से लगेगा ब्रेक? रोडवेज यात्रियों को अगर यात्रा के दौरान कोई प्रॉब्लम हो तो वो किससे और कहां शिकायत करें? जानने के लिए पढि़ए ये रिपोर्ट

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-रोडवेज बसों की स्पीड पर कंट्रोल और पैसेंजर्स को मिलने वाली सुविधाओं पर निगरानी रखेगा 'ऑटोमैटिक कमांड सेंटर'

KANPUR रोडवेज बस में सफर करने वाले पैसेंजर्स के लिए अच्छी खबर है। रोडवेज बसों में अब आप सुरक्षित सफर कर सकते हैं। पैसेंजर्स की सुरक्षित यात्रा के बीच सबसे बड़ा दुश्मन है हाई स्पीड। इस दुश्मन को खत्म करने के लिए ड्राइवरों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए लखनऊ में एक अत्याधुनिक कमांड सेंटर बनाया गया है। इस ऑटोमैटिक कंट्रोल रूम कई तरह से पैसेंजर्स के लिए फायदेमंद साबित होगा। जिसमें उनको मिलने वाली सुविधाओं की निगरानी भी शामिल है

स्पीड पर लगेगी लगाम

यूपी रोडवेज के एडिशनल एमडी विजयेंद्र पांडयेन ने बताया कि रोडवेज बसों की स्पीड पर अगर लगाम लग जाए तो फिर हादसों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यूपी रोडवेज ने यात्रियों के सुरक्षित सफर के लिए एक अत्याधुनिक कमांड रूम बनाया है। पूरे प्रदेश में चल रहीं यूपी रोडवेज की करीब 9500 बसों को व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम(वीटीएस) के माध्यम से इस कमांड रूम के माध्यम से जोड़ दिया जाएगा। इसकी शुरुआत हो चुकी है। उनके मुताबिक जीपीएस सिस्टम के जरिए बसों की स्थिति कमांड रूम में पता चल जाएगी। इतना ही नहीं बस की रफ्तार पर भी यहां स्पेशल डिवाइस के जरिए पता हो जाएगी। जो बसें नई और अच्छी कंडीशन वाली हैं उनके लिए मैक्सिमम स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा और पुरानी बसों की स्पीड 60 किलोमीटर प्रतिघंटे से ज्यादा होने पर तुरंत कमांड रूम में सूचना पहुंच जाएगी।

नहीं मानने पर होगी कार्रवाई

रोडवेज के एडिशनल एमडी विजयेंद्र पांडयेन ने बताया कि बसों की स्पीड जैसे ही लिमिट के ऊपर पहुंचेगी, वैसे ही कमांड रूम में बैठे कर्मचारी बस के ड्राइवर को तुरंत स्पीड कम करने को कहेंगे। ड्राइवर ने बस की स्पीड कम की कि नहीं ये भी कमांड रूम में बैठे कर्मचारी को मालूम चल जाएगा। अगर ड्राइवर ने स्पीड कम कर ली तो उसको हिदायत उसके मोबाइल नंबर पर दी जाएगी अब आगे का सफर निर्धारित गति में पूरा करें लेकिन अगर वो नहीं माना तो अगले स्टेशन पर बस के नंबर की सूचना दे दी जाएगी। जिसके बाद उसको अगले स्टेशन पर बस से उतार दिया जाएगा। आगे के सफर के लिए दूसरे ड्राइवर को नियुक्त किया जाएगा। उनके मुताबिक जिस ड्राइवर से गाड़ी ली जाएगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। रोडवेज बसों से होने वाले अधिकतर हादसों की जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हो चुका है कि असंतुलित गति ही मेन वजह है। ऐसे में विभाग की ओर से शुरू की गई इस ऑटोमैटिक प्रणाली से हादसों में लगाम लग सकेगी। इस प्रणाली की शुरुआत हो चुकी है। पिछले दिनों लखनऊ में कमांड रूम ने काम करना शुरू कर दिया है।

हर किसी पर रखी जाएगी निगाह

अत्याधुनिक कमांड रूम से पैसेंजर्स को कई फायदे मिलेंगे तो रोडवेज के अधिकारियों पर भी निगाह रखी जाएगी। रोडवेज अधिकारी अपने कार्यालय समय ये पहुंच रहे हैं कि नहीं ये भी सूचना उनके कार्यलय में लगे सीसीटीवी कैमरे की हेल्प से कमांड रूम में पहुंच जाएगी। इतना ही नहीं पैसेंजर्स की अक्सर ये शिकायत रहती है कि पूछताछ काउंटर पर कर्मचारी नहीं रहते हैं। अगर इंक्वायरी काउंटर से कर्मचारी गायब हुआ तो इसकी सूचना भी कमांड रूम में पहुंच जाएगी। जिसके बाद उच्च अधिकारी को इससे अवगत करा दिया जाएगा कि इंक्वॉयरी से कर्मचारी गायब है। इसके बाद उच्चअधिकारी खबर लेंगे कि वो अपने कार्यालय में मौजूद क्यों नहीं हैं? गायब कर्मचारियों के मोबाइल में इंटरनेट ऑन होने की स्थिति में उनके पास ऑटोमैटिक कॉल कमांड रूम से चली जाएगी। प्रदेश के बस अड्डे हों या फिर वर्कशॉप सभी कमांड सेंटर के दायरे में होंगे।

24 घंटे काम करेगा कमांड रूम

यूपी रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष रामजी त्रिपाठी ने बताया कि लखनऊ में बने सेंट्रल कंट्रोल कमांड सेंटर 24 घंटे सातों दिन संचालित होगा। कमांड सेंटर रोडवेज की ओर से शुरू की गई सराहनीय पहल है। इससे रोडवेज बसों से यात्रा अब और सुरक्षित हो गई है।

तो फिर साफ रहेगा स्टेशन

रोडवेज बस स्टेशन भी अब साफ-सुथरे रहेंगे। इसके अलावा पैसेंजर्स को मिलने वाली सुविधाओं में अगर किसी कर्मचारी ने लापरवाही की तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम के एडिशनल मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया कि बस स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम चल रहा है। इन कैमरों को कमांड रूम से जोड़ दिया जाएगा। जिसके बाद बस स्टेशन में पैसेंजर्स को मिलने वाली सुविधाओं की मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही पर भी आसानी से रोक लगाई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि पैसेंजर्स को अगर यात्रा के दौरान या फिर बस स्टेशन में किसी तरह की असुविधा होती है तो वो टोलफ्री नंबर 18001802877 पर भी शिकायत कर सकते हैं। पैसेंजर्स व्हाट्सएप नंबर 9415049606 पर भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। पहले पैसेंजर्स शिकायत स्थानीय स्तर पर करते थे जिससे की उनके समाधान में लापरवाही बरतते थे लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा। कमांड रूम में मौजूद कर्मचारियों के पास जैसे ही पैसेंजर्स की शिकायत पहुंचेगी वो संबंधित अधिकारी को उससे अवगत कराएगा और उसके निस्तारण के बाद पैसेंजर्स को बताएगा।

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फॉर योर इंफॉर्मेशन

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रोडवेज पैसेंजर्स की सुविधा के लिए टोल-फ्री नंबर और व्हाट्सएप नंबर की भी शुरुआत की गई है।

1. पैसेंजर्स के लिए हेल्प लाइन नंबर-18001802877

2. व्हाट्सएप और कॉल कीजिए-9415049606