- भूकंप में काठमांडू से बारह हजार पीडि़तों को वतन लेकर आए थे रोडवेज ड्राइवर

- सम्मानित हो चुके हैं ड्राइवर, अब उनके कारनामों को बताने की तैयारी

GORAKHPUR : नेपाल में आए जबरदस्त भूकंप में जान पर खेलकर लोगों को सेफ गोरखपुर तक लाने वाले जांबाजों की हौसला अफजाई का सिलसिला जारी है। अपने निडर जज्बे से लोगों के दिलों में जगह बनाने वाले ख्क्भ् जांबाज रोडवेज ड्राइवर अब उनकी पत्रिका 'यात्रा दर्पण' में भी नजर आएंगे। उनके इस साहसिक काम को आम जन तक पहुंचाने के लिए रोडवेज ने उन्हें यह तोहफा देने की तैयारी की है। इससे पहले इनके काम से प्रभावित होकर यूपी गवर्नमेंट और रोडवेज एडमिनिस्ट्रेशन उन्हें सम्मानित कर चुका है।

ड्राइवर्स बन चुके हैं नजीर

रोडवेज के रीजनल मैनेजर एसके राय ने बताया कि सभी ड्राइवर्स को पत्रिका में जगह देने का डिसीजन लिया गया है। आपदा के वक्त जान जोखिम में डालने वाले यह ड्राइवर्स दूसरे रोडवेज कर्मियों के लिए नजीर बन चुके हैं। ऐसे में पत्रिका में उनकी मौजूदगी दूसरे ड्राइवर्स को भी मोटीवेट करेगी। यही नहीं रोडवेज ड्राइवर एडवर्स कंडीशन में भी कैसे लोगों को सेफ डेस्टिनेशन तक पहुंचाते हैं, इसके बारे में भी लोगों को जानकारी हो सकेगी।

ख्क्भ् बसें भेजी गई थी काठमांडू

ख्भ् अप्रैल को आए भूकंप के बाद रोडवेज एडमिनिस्ट्रेशन और ड्राइवर्स ने अपनी एक्टिवनेस का अहसास कराया। कहर के बाद लोगों को सेफ करने के लिए रोडवेज ने ख्क्भ् बसें काठमांडू भेजी थीं। इससे करीब क्ख् हजार इंडियंस अपने वतन सेफ पहुंच सके। इसमें ड्राइवर्स ने अहम भूमिका निभाई थी, जिससे प्रभावित होकर खुद सीएम अखिलेश यादव ने उन्हें सम्मानित करने का डिसीजन लिया और भ् चालकों को खुद अपने हाथों से प्राइज दिया। बाकी बचे ड्राइवर्स को डिपार्टमेंट की ओर से सर्टिफिकेट प्रोवाइड किया गया। यह जान लें कि यात्रा दर्पण रोडवेज की मैग्जीन है, जो अधिकारियों, कर्मचारियों, कार्यालयों और वाल्वो में सफर करने वाले मुसाफिरों को बसे में पढ़ने के लिए प्रोवाइड की जाती है।