- कोठी मीना बाजार के पास गजानंद नगर का मामला

- लाखों रुपये के आभूषण और कैश ले गए बदमाश

आगरा। महर्षिपुरम, साकेत कॉलोनी के बाद बदमाशों ने अब लोहामंडी क्षेत्र में डॉक्टर परिवार को निशाना बनाया। कोठी मीना बाजार के पास गजानंद नगर में रविवार को दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दिया। तमंचे के बल पर बंधक बनाकर लाखों रुपये के जेवर व नगदी लूट ले गए। आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बदमाशों की खोजबीन शुरू कर दी, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा।

घर में रह जाते हैं नौकर

गजानंद नगर, कोठी नंबर 35 निवासी डॉ। बेनी माधव गोयल यहां पत्नी स्नेहलता व बेटे डॉ। रवि गोयल व पुत्रवधु डॉ। भावना गोयल के साथ रहते हैं.मकान में डॉक्टर की पत्नी स्नेहलता, नौकर आकाश पुत्र प्रताप सिंह निवासी राजनगर व नौकरानी कमलेश पत्नी पप्पू निवासी हसरपुरा रह जाते हें। दूसरे बेटे डॉ। राजीव गोयल पत्नी डॉ। शिवानी गोयल के साथ मानस नगर में रहते हैं। उनका वहीं पर हॉस्पिटल है। ऊपर ही रेजीडेंस बना हुआ है। डॉ। बेनी माधव का अछनेरा में बीएम हॉस्पिटल हैं। वह वहीं पर प्रैक्टिस करतें हैं। सुबह 10 बजे तक सभी अपने-अपने काम पर चले जाते हैं।

एसी ठीक कराने की बात कही

घर में स्नेहलता, नौकर व नौकरानी थे। रविवार दोपहर एक बजे करीब बदमाश कोठी पर पहुंचे। लोहे का चैनल खोल कर अंदर आ गए। बदमाशों ने अंदर आकर दरवाजा खटखटाया। डॉक्टर की पत्नी ने खिड़की से देखा, तो शनिवार को आए दो युवक दिखाई दिए। वह डायनिंग टेबल पर बैठी थीं। आकाश चाय पीकर गिलास धोने जा रहा था। कमलेश रसोई में काम कर रही थी। डॉक्टर की पत्नी ने जाकर गेट खोल दिया। बदमाशों ने कहा कि एसी ठीक कराना है। उन्होंने कहा कि हमें कोई एसी ठीक नहीं कराना।

सभी के मुंह बांधे

तभी एक बदमाश ने स्नेहलता को धक्का दिया। कोठी के अंदर की तरफ ले गया। उसका साथी भी अंदर आ गया। इसके बाद तीसरा युवक भी अंदर आ गया। तीनों ने नौकर, नौकरानी व मालकिन को बंधक बना लिया। बदमाशों ने पहले नौकरानी की साड़ी को फाड़ने का प्रयास किया। बाद में बदमाश ने खुद के अंगौछे को फाड़ा। सभी के मुंह बांध दिए। इस दौरान तीन बदमाश कोठी के अंदर थे, तो एक बदमाश गेट के पास निगरानी कर रहा था।

तमंचा तान खुलवाया लॉकर

बदमाशों ने पूछा अलमारी की चाबी कहां हैं। चाबी डायनिंग टेबल पर थी। बदमाशों ने दो लॉकरों की चाबी उठा लीं। लेकिन, वह लॉकर खोल नहीं पाए, तो स्नेहलता पर तमंचा तान दिया। लॉकर खोलने के लिए कहा। इसके बाद बदमाशों ने अलमारी खंगाल दी। एक-एक डिब्बा खोलकर देखा और माल बटोर लिया। इसके बाद तीनों को पीछे के बाथरूम में बंद कर दिया।

खटपट हुई तो भागे बदमाश

बदमाश आधे घंटे तक कोठी में जमे रहे। गेट के पास उनका साथी था। तभी खटपट कि आवाज पर उनके पैर उखड़ गए। बदमाश दूसरा लॉकर खोले बिना वहां से भाग निकले। बदमाशों के जाने के कुछ देर तक लोग बाथरूम में ही छिपे रहे। बाद में पीछे वाला गेट खोल कर बाहर आए और पड़ोसियों को वारदात के बारे में बताया।

एक दिन पहले भी आए थे

बदमाशों ने रेकी कर वारदात को अंजाम दिया। एक दिन पहले ही शातिर कोठी की जानकारी ले गए थे।

शनिवार दोपहर तीन युवक गेट के पास पहुंचे थे। पूछा कि एसी ठीक कराने है क्या। डॉक्टर की पत्नी स्नेहलता बाहर आई। युवकों से मना किया, तब वे लौट गए। वारदात करने आए बदमाशों में एक दिन पहले पहुंचे युवक भी शामिल थे।