- किदवईनगर में दिनदहाड़े लुटेरों ने दिया घटना को अंजाम, पुलिस ने पूछताछ के लिए मोहल्ला के ही एक युवक को उठाया

KANPUR : मंडे को साउथ के किदवईनगर थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े नकाबपोश लुटेरे घर में दरवाजा खुलवा कर घुसे और एमबीए की छात्रा को बंधक बना कर ख्0 हजार कैश व ज्वैलरी लूट ले गए। कुछ देर बाद भाई अपनी मां के साथ घर पहुंचा तो घटना का पता चला।

मां को दवा दिलाने गया था भाई

किदवईनगर निवासी राजेश श्रीवास्तव इंजीनियर हैं और प्राइवेट फैक्ट्री में काम करते हैं। पुलिस ने बताया कि मंडे को वह काम पर गए हुए थे। घर पर पत्‍‌नी रेखा, बड़ा बेटा शिवम व ख्भ् वर्षीय बेटी शिवानी थे। दोपहर करीब फ् बजे बेटा अपनी मां को दवा दिलाने के लिए बाइक से साथ में ले गया।

भाई का नाम लेकर खुलवाया गेट

इस बीच घर पर बेटी शिवानी अकेली थी। उसने पुलिस को बताया कि दो नकाबपोश बदमाश दरवाजे पर आए और उसके भाई शिवम का नाम लेकर आवाज दी। उसने जैसे ही गेट खोला। दोनों बदमाशों ने धक्का देकर गिरा दिया और दुपट्टे से बांध कर बंधक बना लिया। बदमाशों ने पास के कमरे में अलमारी खोल कर ख्0 हजार कैश व हजारों की ज्वैलरी लूट ले गए।

रेकी के बाद की घटना

पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि लूट की घटना को अंजाम देने के दौरान एक लुटेरे के मोबाइल पर किसी का कॉल आया था। मोबाइल पर बात करने के बाद ही लुटेरे ने अपने साथी को जल्दी निकलने को कहा। घटना के क्0 मिनट बाद ही उसका भाई अपनी मां को लेकर पहुंच गया। पीडि़ता के इस बयान के आधार पर पुलिस मान रही है कि लुटेरों ने घटना को अंजाम देने से पहले रेकी की थी। उन्हें ये पता था कि युवती घर पर अकेली है। बाहर से भी उन्हें कोई घर पर आने जाने वाले की रेकी कर रहा था, जिसकी सूचना पर भाई के पहुंचने से पहले ही वो निकल गए।

शक के आधार पर युवक को उठाया

इस घटना में पुलिस ने मोहल्ले में ही रहने वाले किशन नामक युवक को पूछताछ के लिए उठाया है। एसओ शेषनारायण पांडेय के अनुसार आरोपी ने युवती के भाई से काफी दिनों से रुपए मांग रहा था। घटना के कुछ देर बाद उसी युवक का फोन शिवम के पास आया और दोबारा रुपए मांगे। इस पर पुलिस के कहने पर युवती के भाई ने उसे रुपए देने के लिए बुलाया और तभी पुलिस ने उसे धर दबोचा।

'लूट की सूचना दी गई थी। मामला कुछ संदिग्ध लग रहा है। एक युवक को पूछताछ के लिए उठाया है। वहीं, भाई बहन के कॉल डिटेल की भी जांच करेंगे। घटना का जल्द ही खुलासा किया जाएगा।

- अजीत रजत, सीओ, बाबूपुरवा