नहीं न? इसे कहते हैं जुगाड़ और देश में ऐसे ही जुगाड़ को बढ़ावा देने वाली संस्था नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन (एनआईएफ) ने गोवा में कोकण फल उत्सव में ऐसे जुगाड़ों की एक प्रदर्शनी लगाई है.

प्रदर्शनी में गुजरात के मनसुखभाई जगानी का 350 सीसी का वह बुलेट देखा जा सकता है, जिसके पिछले पहिये को निकालकर उसने एक्सल से जुड़ा दो पहिये लगा दिए हैं और इससे लगा है हल जिससे होती है खेत की जुताई. इसी से वह अपने सवा एकड़ के मूंगफली के खेत की जुताई करते हैं.

रॉयल एनफील्ड बुलेट से खेत की जुताई!

कॉफी बनाने वाले प्रेशर कुकर का जुगाड़ बिहार के पूर्वी चम्पारण के मोहम्मद रोजादीन से लिया गया है, जो अपने प्रेशर कुकर को मिट्टी के तेल वाले स्टोव पर गर्म करते हैं और उसकी सीटी से जुड़ी हुई नली से निकलने वाले तेज भाप को जग में प्रवाहित करते हैं, जिससे तैयार होती है झाग वाली कॉफी. जिसे अपने ग्राहकों को पेश कर वह पैसा कमा रहे हैं.

फाउंडेशन के उदित शाह ने कहा, "हम गांव-गांव में ऐसे जुगाड़ खोजते रहते हैं." रोजादीन की सोच पर बने प्रेशर कुकर वाले कॉफी मशीन की कीमत यहां गुणवत्ता के आधार पर डेढ़ हजार से ढाई हजार रुपये तक रखी गई है.

यहीं पर बगल में समुद्री विमान या पाइडल वाले बोट जैसा दिखने वाली साइकिलें रखी गई हैं. शाह के मुताबिक अभी इन साइकिलों को बिकने के लायक विकास किया जा रहा है. बाढ़ में काम आने वाले इन साइकिल वाले जुगाड़ की सोच बिहार और  उत्तर प्रदेश से ली गई हैं, जहां बार-बार बाढ़ आते रहते हैं.

उदित शाह ने कहा, "जब हम ऐसे जुगाड़ को बेहतर रूप दे रहे होते हैं, तो इसका श्रेय जुगाड़ की सोच देने वाले को ही दिया जाता है. हम सिर्फ इसे परिष्कृत रूप देते हैं, ताकि वह इसे बेच कर फायदा उठा सके."

एजेंसी

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