फालोअप
- एटा की घटना के बाद जागा ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट
- घटनाओं के लिए स्कूलों भी बताया जिम्मेदार
Meerut। एटा में स्कूल बस के साथ हुई सड़क दुर्घटना के बाद ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने डग्गामार स्कूल वाहनों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया। शनिवार को आरटीओ ममता शर्मा के निर्देश पर शहर में अभियान चलाया गया। इस दौरान आरटीओ की दो टीमों ने सड़क पर उतर वाहनों की चेकिंग की।
काटे 45 चालान
शनिवार को एआरटीओ प्रवर्तन दीपक शाह और लालाराम के नेतृत्व में दो टीमें वाहन चेकिंग के लिए उतरी। इस दौरान दोनों टीमों ने तीन एंबुलेंस समेत 45 स्कूल वाहनों को चालान काटा। एआरटीओ दीपक शाह ने बताया कि चेकिंग के दौरान अधिकांश वाहनों में रिफ्लेक्टर व फर्स्टएड बॉक्स नहीं मिले हैं। जबकि चालकों को डीएल भी कमर्शियल न होकर प्राइवेट पाए गए हैं।
चालान नहीं मर्ज की दवा
दीपक शाह ने बताया कि डग्गामार वाहनों का चालान काटना कोई समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने बताया कि अधिकांश वाहन स्वामी चालान का भुगतान कर वाहनों को फिर से सड़क पर ले आते हैं। इससे समस्या जस की तस रहती है। एआरटीओ ने बताया कि यदि स्कूल प्रबंधन भी थोड़ी गंभीरता दिखाएं तो खटारा वाहनों से निजात पाई जा सकती है।
थानों में नहीं जगह
चालान के विपरीत खटारा गाडि़यों को सीज न करने की बात पर एआरटीओ ने बताया कि अधिकांश थाने पहले से फुल हैं। आरटीओ द्वारा सीज की गई गाडि़यों को थानेदार थाना परिसर में खड़ा करने से मना करते हैं। ऐसे में एसएसपी की ओर से भी कोई सख्त निर्देश नहीं हैं। ऐसे में आरटीओ के पास सिवाए चालान के कोई रास्ता नहीं बचता।
स्कूलों को नोटिस
आरटीओ की ओर से जनपद के सभी स्कूलों को नोटिस जारी कर वहां लगे वाहनों की फिटनेस सुनिश्चित करने को कहा गया है। इसके साथ ही कोई भी समस्या आने पर लिखित में शिकायत की अपील की गई है।
खटारा वाहनों के खिलाफ अभियान जारी है। चुनावी ड्यूटी होने के चलते अभियान थोड़ा सुस्त है, लेकिन सीमित संसाधनों के साथ पुरजोर प्रयास किया जा रहा है।
-दीपक शाह, एआरटीओ प्रवर्तन मेरठ