- हर चक्कर का रेट फिक्स होता है

- सिटी में आरटीओ को 'अवैध फीस' देकर चल रहे हैं डग्गामार वाहन

- आउटर एरियॉज में डग्गामार वाहन मचाते हैं धमाचौकड़ी

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KANPUR

सिटी के आउटर एरियॉज में डग्गामार वाहनों की चहलकदमी रुकने का नाम नहीं ले रही है। ये डग्गामार वाहन सवारियों को ढोने के अलावा माल भी लोड कर रहे हैं, जबकि डीजल से चल रहे इन वाहनों को सिटी में चलने की परमीशन ही नहीं है। उसके बावजूद ये डंके की चोट पर धमाचौकड़ी मचा रहे हैं। आई नेक्स्ट ने जब इन डग्गामार वाहनों के सिटी में बेखौफ हो रहे संचालन की पड़ताल की तो बड़ा खुलासा हुआ। दरअसल आरटीओ ने खुद इन डग्गामार वाहनों से अवैध फीस वसूलकर उन्हें संचालन करने की छूट दे रखी है। सोर्सेज के मुताबिक आरटीओ के अधिकारी इन वाहनों से हर रूट, हर चक्कर और यहां तक कि हर एक्स्ट्रा सवारी के हिसाब से रेट चार्ज करते हैं।

दूसरे जिलों से लाते हैं परमिट

सिटी में चल रहे मैजिक व पिकअप दूसरे जिलों से परमिट लेकर आते हैं। दरअसल आरटीओ रूल्स के अनुसार सिटी की नगर-निगम सीमा के अंतर्गत पब्लिक ट्रांसपोर्ट डीजल वाहनों से नहीं चल सकता है। सिर्फ सीएनजी वाहन ही चल सकते हैं। जबकि ये डग्गामार वाहन ज्यादातर डीजल से ही चलते हैं। इसके लिए वाहन स्वामी दूसरे जिलों से परमिट लेकर आते हैं। फिर उन्हें सिटी के आउटर एरिया पर लाकर सिटी के अंदर भी घुस जाते हैं।

ये हैं मेन वसूली प्वाइंट

सिटी में घुसते ही डग्गामार वाहनों को चलने देने के लिए मोटी वसूली की जाती है। आरटीओ के सचल दल इसके लिए सक्रिय रहते हैं।

- कल्याणपुर आईआईटी चौराहा पर पहली वसूली होती है। नियमत: आईआईटी के आगे डग्गामार वाहन नहीं आने चाहिए, लेकिन वाहन रावतपुर चौराहे तक आते हैं।

- नौबस्ता गल्ला मंडी पर सिपाही वसूली करते हैं। डग्गामार वाहन नौबस्ता तक आते हैं। जबकि उन्हें नहीं आना चाहिए।

- दूसरी ओर रामादेवी चौराहे पर भी वसूली होती है। यहां से डग्गामार वाहन बर्रा व श्याम नगर तक चलते हैं।

हर चक्कर के लगते हैं भ्0 रुपये

सिटी में बिना परमीशन के पैसेंजर्स ढो रहे इन डग्गामार वाहनों को आरटीओ को हर चक्कर का भ्0 रुपये देना होता है। सूत्रों ने बताया कि एक रूट पर चलने वाले डग्गामार वाहन को हर एक चक्कर पूरा करने के बाद भ्0 रुपये देना पड़ता है। करीब क्0-क्ख् चक्कर दिन भर में लग जाते हैं। इस हिसाब से रोज का करीब भ्00 रुपये हो जाता है। वहीं माल लादने पर क्00 रुपये एक्स्ट्रा देना होता है। सिटी के सभी मेन एंट्री प्वाइंट पर ये अवैध वसूली होती है। कल्याणपुर चौराहा, गल्ला मंडी, रामादेवी चौराहा आदि क्षेत्रों में घुसते ही पैसा वसूल लिया जाता है।

सिर्फ ठेके पर ही भर सकते हैं पैसेंजर्स

सिटी के अंदर चलने वाले मैजिक व पिकअप पैसेंजर्स ढोने का काम कर रहे हैं। जबकि नियमत: वे ऐसा नहीं कर सकते हैं। मैजिक व पिकअप को सिर्फ माल ढोने का काम करना चाहिए। पैसेंजर्स बैठाने का काम ठेके पर होता है। चौराहे-चौराहे पर पैसेंजर्स भरने की अनुमति इन्हें नहीं है, लेकिन सिटी के आउटर एरियॉज जैसे कल्याणपुर, नौबस्ता, रामादेवी आदि जगहों पर ये धड़ल्ले से पैसेंजर्स ढोते हुए देखे जा सकते हैं। इन इलाकों में इन्होंने टैम्पो व आटो की जगह ले रखी है।

आउटर एरिया में रहने वाले परेशान

सिटी के आउटर एरिया में रहने वाले इन वाहनों की धमाचौकड़ी से बहुत परेशान हैं। आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने इसका रियेलिटी चेक किया तो यही बात सामने निकल कर आई। गुरुवार दोपहर ख् बजे रिपोर्टर कल्याणपुर चौराहे के पास पहुंचा तो देखा कि लाइन से कुछ मैजिक खड़े थे। इन मैजिक में क्ख् से क्भ् पैसेंजर बैठे हुए थे। हाईवे होने के चलते यहां भारी वाहन रहते हैं। उस पर ये मैजिक व पिकअप ट्रैफिक अराजकता का कारण बन रहे थे।

यहां तो ट्रैफिक की स्थिति भी है खराब

रिपोर्टर दोपहर फ् बजे विजय नगर चौराहे के पास पहुंचा। यहां भी कमोवेश वहीं स्थितियां देखने को मिलीं। पनकी की ओर से मैजिक व पिकअप रोड पर आतंक मचाए हुए थे। रिपोर्टर ने देखा कि एक तो रोड की स्थिति खराब है। वहीं दूसरी ओर इन वाहनों की अराजकता ट्रैफिक की स्थिति को और भी खराब कर रही थी। रोड पर बड़े-बड़े गढ्डे थे। इस रोड पर हैवी वाहन और डग्गामार वाहनों का कब्जा था। ऐसे में अन्य वाहनों के चलने के लिए जगह ही नहीं थी।

'सिटी में नगर-निगम की सीमा के अंदर डग्गामार वाहन नहीं घुस सकते हैं। फिर भी ये चल रहे हैं तो इन पर सख्ती की जाएगी। वसूली की बात गलत है.'

- एसके सिंह, एआरटीओ