- निविदा शुल्क व ईएमडी आरटीजीएस व एनईएफटी के जरिए सीधे बैंक खाते में होंगे जमा

GORAKHPUR: नगर निगम की ई-टेंडरिंग में हार्डकॉपी जमा करने का झंझट अब खत्म हो गया है। आए दिन टेंडर प्रक्रिया के दौरान विवाद के मामले सामने आने के बाद शासन ने यह कदम उठाया है। नगर निगम ने ई-टेंडरिंग प्रक्रिया में हार्डकॉपी जमा करवाए जाने की अनिवार्यता खत्म कर दी है। प्रमुख सचिव ने ई टेंडर में निविदा शुल्क व ईएमडी को बैंक में आरटीजीएस व एनईएफटी के जरिए सीधे बैंक खाते में जमा कराए जाने की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी है।

घर बैठे ठेकेदार टेंडर के हकदार

सरकारी विभागों में अभी तक टेंडर की प्रक्रिया मैनुअली संपादित होती थी। जिसके लिए कुछ गिने-चुने स्थानों पर टेंडर फॉर्म बिकते थे। बाद में वहीं टेंडर अधिकारी के दफ्तर में एक बक्से में डाले जाते थे। टेंडर को लेकर आए दिन प्रभावशाली ठेकेदारों व रसूखदार लोगों के बीच विवाद हो जाया करता था। इसे रोकने के लिए शासन की ओर से सभी सरकारी विभागों में लागू मैनुअली टेंडर की जगह ई-टेंडरिंग की व्यवस्था लागू की गई। जिसके तहत ठेकेदार ऑनलाइन टेंडर तो डाल सकते थे, लेकिन टेंडर की हार्डकॉपी और बैंक से संबंधित प्रपत्र उन्हें संबंधित विभाग के कार्यालय में जाकर जमा करना पड़ता था। अब प्रमुख सचिन राजीव कुमार ने ई-टेंडरिंग के तहत निकलने वाले टेंडर में हार्डकॉपी जमा करने की अनिवार्यता खत्म करते हुए टेंडर की निविदा शुल्क व ईएमडी को सीधे आरटीजीएस व नीफ्ट के माध्यम से बैंक में जमा कराए जाने की व्यवस्था लागू कर दी है। ताकि टेंडर डालने के इच्छुक ठेकेदार सीधे ऑनलाइन विभागीय प्रक्रिया को संपादित कराएं।

वर्जन

अब ई टेंडरिंग प्रक्रिया में हार्डकॉपी जमा करने का प्राविधान खत्म हो गया है। टेंडर में पारदर्शिता लाने के लिए ही ऐसा हुआ है।

- सुरेश चंद्र, चीफ इंजीनियर, नगर निगम