सोवियत संघ के खत्म होने के बाद कई देश योरोपियन संघ में हुउ थे शामिल

सोवियत यूनियन के 1990 में खत्म होने के बाद एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया समेत कई देश यूरोपियन यूनियन में शामिल हो गए थे। सोवियत यूनियन के बिखरे हुए देशों पर रूस एक बार फिर से कब्जा करना चाहता है। रूस का दावा है कि पूर्व सोवियत के इन देशों में बड़ी संख्या में रूसी आबादी रहती है। एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया को बाल्टिक कंट्रीज कहा जाता है। इनकी सीमा बाल्टिक सागर से लगी हुई है।

इन देशों पर कब्जा करेंगी रूसी सेनाएं

रूसी सेना अगले 60 घंटे के बीच एस्टोनियाई कैपिटल ताल्लिन और लातविया के रीगा पर कब्जा कर लेंगी। रिपोर्ट के मुताबिक नाटो नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन सेना को रूस के अटैक से निपटने के लिए कहा गया है। रूसी प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन के वेस्ट कंट्रीज से रिलेशन लगातार बिगड़ रहे हैं। एक न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक स्वीडन ने गोटलैंड आइलैंड में एक कोल्ड वॉर छेड़ दिया है। स्वीडन का मानना है कि उसे रूस से खतरा है।

लताविया पर दो तरफा हमला करेगी रूसी सेना

खुफिया सूत्रों की माने तो रूस लातवियाई बॉर्डर पर दो तरफ से बड़ी संख्या में आर्म्ड फोर्स भेज सकता है। रूस की ये फोर्सेस लाताविया और नाटो सेनाओं की सेनाओं से लड़ेगी। लातविया में रूसी सेनाओं के जीतने पर दूसरी बटालियन एस्टोनिया में दाखिल होकर वहां की कैपिटल ताल्लिन पर कब्जा करेगी।

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