PATNA/GAYA: गयाजी में बुधवार को रूस से आईं विदेशी महिलाओं ने विष्णुपद मंदिर स्थित देवघाट पर पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए पिंडदान किया। रूस से आई भ्0 वर्षीय एलिना और उनकी बेटी ओलगा तथा एक अन्य रूसी मरीना ने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए भारतीय वेशभूषा में साड़ी पहनकर पिंडदान किया।

निर्जला रहकर फल्गु नदी में तर्पण

निर्जला रहकर विदेशी महिलाओं ने बिना कुछ खाए और जल ग्रहण किए हुए पितरों के लिए फल्गु नदी में तर्पण और पिंडदान करने की शुरुआत की। डेढ़ घंटे तक रूस से आए धर्म प्रचारक लोकनाथ गौड़ ने पिंडदान करवाया। पिंडदान करने के बाद विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में जाकर सभी ने भगवान विष्णु के चरण के दर्शन किए। सभी गुरुवार को प्रेतशिला व रामशिला तथा शुक्रवार को बोधगया स्थित धर्मारण्य में जाकर पिंडदान करेगी।

बेटी ओलगा ने किया पिंडदान

एलिना कहती हैं कि गयाजी के बारे में सुना था कि यह मोक्ष की धरती है। इसलिए अपने पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए परिवार में पुरुष सदस्य नहीं होने के कारण बेटी ओलगा से पिंडदान कराया। बैंक मैनेजर मरीना अपने पिता के साथ पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए पिंडदान कर रही हैं। मरीना का न ही भाई है और न ही परिवार में कोई और पुरुष सदस्य। मां की भी तबीयत खराब रहती है। वह स्ट्रेचर के सहारे चलती है। मरीना ने कहा कि उससे कहा गया कि जो भी गया जाकर पिंडदान करेगा। उसके पितरों को मोक्ष के साथ घर में खुशहाली आएगी।