- समाधान पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की सीएम ने की समीक्षा

- शिकायतकर्ताओं से फोन पर लिया फीडबैक

- समाधान न होने पर अफसरों को लगाई फटकार

DEHRADUN: समाधान पोर्टल पर शिकायत करने वाले एक-एक शिकायतकर्ता से बुधवार को सीएम ने सीधे बात की और उससे उसकी समस्या को लेकर फीडबैक लिया। शिकायतों का समाधान न होने के मामलों को गंभीरता से लेते हुए सीएम ने अफसरों को फटकार लगाते हुए ख्ब् घंटे के भीतर शिकायतों के समाधान के निर्देश दिए हैं।

अधिकारियों पर कसी नकेल

बुधवार को सचिवालय में सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने समाधान पोर्टल पर दर्ज शिकायतों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश के सभी जनपदों के जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित रहे। समाधान पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों की सुनवाई करते हुए सीएम ने सभी जिलाधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि जनपद स्तर पर लोगों की समस्याओं की सुनवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्लॉक और तहसील स्तर की समस्याएं डीएम तक पहुंचे, तो डीएम को सोचना चाहिए कि उनके अधीनस्थ अधिकारी क्या कर रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों को दो टूक कहा कि अपने अधीनस्थ जनपदीय अधिकारियों में जनता के प्रति जवाबदेही की संस्कृति विकसित करें। छोटी-छोटी शिकायतों को लेकर लोगों को डीएम से लेकर सीएम तक आना पड़े, यह स्थिति स्वीकार नहीं की जाएगी।

शिकायते निवारण तंत्र हो मजबूत

सीएम ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपदों में शिकायत निवारण तंत्र मजबूत किया जाए। सरकारी तंत्र को हर दिन ख्ब् घंटे जनता की समस्याओं के प्रति जवाबदेह होना पड़ेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वंय कई शिकायतकर्ताओं से फोन पर बात कर अधिकारियों के दावों की पुष्टि की। अल्मोड़ा के प्रकरण में विधवा पेंशन नहीं मिलने की शिकायत पर शिकायतकर्ता से बात न हो पाने पर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को किसी जिम्मेदार अधिकारी को मौके पर भेज स्थिति का पता करने को कहा।

जिन मामलों पर सीएम ने की बात

बीना थापा ने देहरादून से शिकायत की थी कि उन्हें विधवा पेंशन निरंतर नहीं मिल रही है, जिस पर डीएम ने बताया कि उनका समाधान हो गया है। सीएम ने खुद बीना थापा से बात कर इसकी पुष्टि की। मोहम्मद उस्मान ने उधम सिंह नगर से शिकायत की है कि उनके ग्राम बाबर खेड़ा में नालों की सफाई नहीं होती है, जिस कारण बच्चे बीमार हो रहे हैं। जिलाधिकारी ने बताया की नालो की सफाई करा दी गई है। राहुल जोगिया ने उत्तरकाशी से शिकायत की थी कि उन्होंने अपना डिप्लोमा कोर्स ख्0क्फ्-ख्0क्म् में पूरा किया तथा उन्हें प्रथम वर्ष की छात्रवृत्ति अभी तक नहीं मिली है, जबकि उनके द्वारा सभी दस्तावेज जमा कर दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि कॉलेज द्वारा छात्रवृति की मांग समय पर नही की गई जिसके कारण बजट लैप्स हो गया। राहुल सहित क्क् छात्रों का प्रकरण है और इसमें शासन से बजट मांगा गया है। सीएम ने राहुल से फोन पर बात कर उन्हे आश्वस्त किया।