- इंवेस्टर्स समिट के दौरान दो दिनों तक राजधानी में कहीं नहीं लगा जाम

- रोड से गायब रहे ई-रिक्शा, अतिक्रमण हटने से भी मिली बड़ी राहत

LUCKNOW: राजधानी के प्रमुख मार्गो से ई-रिक्शा और अवैध कब्जे क्या हटे, यहां जाम की समस्या ही खत्म हो गई। पिछले दो दिनों से राजधानी के किसी भी इलाके में जाम नजर नहीं आया। यह सब हुआ इंवेस्टर्स समिट के कारण, जिसके लिए पुलिस-प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी कि कहीं इस दौरान जाम न लगे। इन दो दिनों की व्यवस्था को देखकर लोग अब यही कह रहे हैं कि काश बाकी दिनों भी राजधानी में इसी तरह की व्यवस्था लागू रहे ताकि उन्हें जाम की समस्या का सामना न करना पड़े।

सारे ठेले गायब

सप्रू मार्ग पर परिवहन निगम आरएम का ऑफिस है। ऑफिस के मुख्य द्वार के आसपास कई गुमटी रखी हैं। साथ ही बड़ी संख्या में ठेले भी यहां लगते हैं। जो इस रोड पर जाम का प्रमुख कारण बनते हैं। लेकिन इन दो दिनों यहां एक भी ठेला और गुमटी नहीं दिखाई दी। जिससे ट्रैफिक जाम का लोगों को सामना नहीं करना पड़ा। कुछ ऐसी ही स्थिति श्रीराम टॉवर के आसपास भी दिखाई दी।

चारबाग में भी दिखी शानदार व्यवस्था

अतिक्रमण और अवैध कब्जों के चलते चारबाग एरिया में दिन में वाहन क्या पैदल चलना भी मुश्किल हो गया था। लेकिन इंवेस्टर्स समिट के चलते मेट्रो के नीचे लगने वाली पटरी दुकानें हटा दी गई। दोनों तरफ रोड साइड की दुकानें हटाई गई। ऐसे में चारबाग बस अड्डे से रविन्द्रालय तक कहीं भी जाम नहीं दिखा।

बीच रोड से हटाया गया टैम्पो स्टैंड

चारबाग से बांसमंडी की तरफ मुड़ते ही बांए हाथ पर पटरी दुकानदारों का कब्जा रहता था। वहीं रोड के बीचोबीच टैम्पों जमा रहते थे। रोड पर ही टैम्पों स्टैंड बन गया था। इंवेस्टर्स समिट के चलते जब डंडा चला तो अवैध दुकानदार तो भागे ही साथ ही टैम्पों भी अपना नंबर आने पर ही रोड़ पर आए। ऐसे में चारबाग से बांसमंडी तक सड़क पर ट्रैफिक को लेकर कोई प्रॉब्लम लोगों के सामने नहीं आई।

लाटूश रोड पर फर्राटा भरते रहे वाहन

सिर्फ इन इलाकों में ही नहीं त्यौहार के चलते जिन इलाकों में पैर रखना मुश्किल होता है, वहां भी यातायात व्यवस्था शानदार रही। अमीनाबाद और लाटूश रोड में अतिक्रमण हटने से सड़कें चौड़ी हो गई जिससे ट्रैफिक आसानी से चलता रहा। स्टेडियम के पीछे लगने वाली नर्सरी जो मेन रोड तक फैली थी, उसे तीन फीट चौड़ाई में सीमित कर दिया गया। गोमती नगर में पत्रकार पुरम चौराहा हो या फिर इंदिरा नगर की भूतनाथ मार्केट। हर जगह ट्रैफिक संचालन इन दो दिनों काफी बेहतर रहा।

बातचीत

जिस तरह से पिछले दो दिनों तक ट्रैफिक व्यवस्था रही है, ऐसी ही व्यवस्था रहे तो मजा आ जाए। आखिर लखनऊ में तैनात अधिकारियों के प्रयास से ही यह संभव हुआ है। इन दो दिन में ट्रैफिक हर्डल्स भी पता चल गए होंगे।

अशोक मोतियानी

व्यापारी, गणेशगंज

विश्वास ही नहीं हो रहा है कि लखनऊ में ट्रैफिक इतना स्मूथ हो सकता है। ऐसी व्यवस्था हर समय रहे तो राजधानी में जाम की समस्या नहीं होगी। इन दो दिनों में रोड को चमकाने का जो काम हुआ है, वह बेहद शानदार है।

देवेन्द्र गुप्ता, व्यापारी

इंदिरा नगर

इंवेस्टर्स समिट के चलते शहर में यातायात व्यवस्था को लेकर जो प्लानिंग अधिकारियों ने की, वह बेहतरीन रही। सामान्य दिनों में भी कुछ ऐसी ही व्यवस्था हो जाए तो फिर तो हम यहीं कहेंगे 'मुस्कुराइये आप लखनऊ में हैं.'

आदीश जैन

सर्राफा व्यवसाई चौक

सुबह आठ बजे से शाम दस बजे तक राजधानी की जिन सड़कों पर बाइक से भी नहीं निकल सकते थे, वहां पर लोग कार लेकर आ-जा रहे थे। रोड पर अतिक्रमण खत्म होते ही ट्रैफिक व्यवस्था शानदार हो गई।

बीआर वरुण, जॉब

हजरतगंज

राजधानी के लिए जो ट्रैफिक व्यवस्था प्लान की गई है, उसे आगे भी जारी रखा जाए। इंवेस्टर्स समिट के चलते राजधानी की किसी भी रोड पर इन दो दिनों तक कहीं भी जाम देखने को नहीं मिला।

शशिकांत सिंह, जॉब

गोमती नगर