जोड़ी में बनेगी बात
सानिया मिर्जा और लिएंडर पेस ने शुक्रवार को यहां अपने जोड़ीदारों के साथ विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप के डबल्स मुकाबलों के फाइनल में जगह बनाकर भारतीय खेलप्रेमियों के चेहरों पर खुशी ला दी। सानिया जहां अपना पहला महिला डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने का प्रयास करेंगी, वहीं अनुभवी पेस जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस के साथ अपने 16वें ग्रैंड स्लैम खिताब से एक कदम दूर हैं।

इंडो-स्विस जोड़ी का है कारनामा
सानिया और स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस की शीर्ष वरीय जोड़ी ने पांचवीं वरीय अमेरिका की राक्वेल कोप्स जोंस और एबिगेल स्पीयर्स को एकतरफा मुकाबले में 6-1, 6-2 से हराकर महिला डबल्स के फाइनल में प्रवेश कर लिया। यह मुकाबला मात्र 56 मिनट चला। इसके बाद हिंगिस ने पेस के साथ मिलकर मिक्स्ड डबल्स के फाइनल में जगह बना ली। इस जोड़ी ने शीर्ष वरीय अमेरिका के माइक ब्रायन और बेथानी माटेक सैंड्स को 6-3, 6-4 से पराजित किया। इस वर्ष ऑस्ट्रेलियाई ओपन खिताब जीतने वाले पेस-हिंगिस ने छह ब्रेक प्वाइंट में पांच बचाए और अपनी प्रतिद्वंद्वी की तीन बार सर्विस ब्रेक की। यह सेमीफाइनल मुकाबला एक घंटा, 12 मिनट चला। पेस अब तक आठ पुरुष डबल्स और और सात मिक्स्ड डबल्स ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम कर चुके हैं।

पहली बार खेलेंगी फाइनल
सानिया पहली बार विंबलडन के फाइनल में पहुंची हैं और उनका यह दूसरा महिला डबल्स ग्रैंड स्लैम फाइनल है। वह 2011 में फ्रेंच ओपन के फाइनल में भी पहुंची थीं। इसकेअलावा वह 2012 के ऑस्ट्रेलियाई ओपन और 2013 तथा 2014 के यूएस ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची थीं।

खिताब से 1 कदम दूर
भारतीय स्टार मिक्स्ड डबल्स में ऑस्ट्रेलियाई, फ्रेंच और यूएस ओपन में खिताब जीत चुकी हैं, लेकिन उनके पास कोई ग्रैंड स्लैम महिला खिताब नहीं है। वह अब यह सपना पूरा करने से एक कदम दूर रह गई हैं। सानिया-हिंगिस का फाइनल में दूसरी वरीय रूसी जोड़ी एकाटेरिना माकारोवा और एलिना वेस्निना के साथ मुकाबला होगा, जिन्होंने चौथी वरीय हंगरी की तिमिया बाबोस और फ्रांस की क्रिस्टिना म्लादेनाविच को तीन सेटों के संघर्ष में 6-3, 4-6, 6-4 से हराया। सानिया-हिंगिस ने इस वर्ष मार्च में जोड़ी बनाई थी, जिसके बाद से उन्होंने इंडियन वेल्स, मियामी और चार्ल्सटन के खिताब जीते हैं।

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