पिछले महीने जीता विंबल्डन खिताब
खेल सचिव अजीत शरण ने कहा कि मंत्रालय को अखिल भारतीय टेनिस एसोसिएशन (एआईटीए) से सानिया के नाम की सिफारिश देरी से मिली थी, लेकिन मंत्रालय ने नियमों के तहत अपने तरफ से उनके नाम की सिफारिश की। नियमों के अनुसार यदि खिलाड़ियों के आवेदन नहीं मिलते है तो मंत्रालय अपनी तरफ से दो योग्य खिलाड़ियों की सिफारिश कमेटी के सामने कर सकता है। इस पुरस्कार की घोषणा के लिए कमेटी की बैठक शीघ्र ही होगी। सानिया ने पिछले महीने मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर विम्बल्डन महिला डबल्स खिताब जीता था। उनकी इस उपलब्धि को इस पुरस्कार के लिए ध्यान में नहीं रखा जाएगा, लेकिन इसके अलावा भी उनकी उपलब्धियां अन्य खिलाड़ियों से बहुत ज्यादा है।

और भी लोग हैं दौड़ में
सानिया के अलावा इस पुरस्कार के अन्य दावेदारों में प्रमुख रूप से विकास गौड़ा (एथलेटिक्स), सरदार सिंह (हॉकी), टिंटू लुका (एथलेटिक्स), दीपिका पल्लीकल (स्क्वॉश), देवेंद्र झांझरिया (पैरालिंपिक), अभिषेक वर्मा (तीरंदाजी) शामिल है।

सानिया की प्रमुख सफलताएं

2004 में अर्जुन अवॉर्ड और 2006 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित सानिया ने 2014 के इंचियोन एशियाई खेलों में साकेत मनेनी के साथ मिक्स्ड डबल्स गोल्ड और प्रार्थना ठोंबरे के साथ महिला डबल्स कांस्य पदक जीते थे। उन्होंने इसके अलावा पिछले वर्ष ब्रूनो सोअरेस के साथ यूएस ओपन में मिक्स्ड डबल्स खिताब जीता था। पिछले दो वर्षों से इस पुरस्कार को लेकर काफी विवाद होते रहे हैं। 2013 में निशानेबाज रोंजन सोढ़ी को इस पुरस्कार के लिए चुना गया था, जिसका डिस्कस थ्रो एथलीट कृष्णा पूनिया ने खुलकर विरोध किया था। पिछले वर्ष इस पुरस्कार के लिए किसी भी खिलाड़ी को नहीं चुना गया था।

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