- इंदिरा नगर टीकापुरवा के पार्क की हाल बेहाल

- आस-पास के लोग पार्क में डाल रहे गोबर और कूड़ा

- बैनर पोस्टर लगाकर पार्क को बचाने का कर रहे प्रयास

LUCKNOW: इंदिरानगर सी ब्लॉक टीकापुरवा का पार्क कभी अपनी हरियाली के मशहूर था। कॉलोनी का पार्क दो हिस्से में बंट हुआ है। एक आवास विकास की कॉलोनी और दूसरा टीकापुरवा (पुराना गांव) का इलाका। कॉलोनी के लोगों का कहना है कि पार्क पुरानी बस्ती वाले बदहाल कर रहे है। उनके जानवर पार्क की हरियाली बर्बाद कर रहे है। वहीं पार्क के भीतर की लोगों ने गोबर को डम्प करना शुरू कर दिया। पार्क में वॉॅक के लिए ट्रैक है लेकिन उसकी इंटर लॉकिंग उड़ गई, बैठने के लिए कोई बेंच तक नहीं और पार्क के बड़ी-बड़ी घास और जंगल की तरह पतवार जम गये है।

हरियाली गायब, जर्जर पार्क

पार्क में एरिया में पानी के सप्लाई के लिए ट्यूबवेल मोटर पंप लगाया गया था। पंप के लिए रूम सेट भी बनाया गया है। हालांकि, आज तक न तो ट्यूव वेल चला और न ही एरिया में पानी की सप्लाई मिल सकी। पार्क में ट्यूबवेल रूम सेट अब खंडहर की स्थिति में है। जहां बड़ी-बड़ी झाडि़यां और पेड़ पौधे उग गये है। पार्क के अंदर कूड़े का अंबार है यहां तक कि आस-पास मकानों के निर्माण के दौरान निकले वाला मलबा पार्क में डाला जा रहा है।

गोबर से पटा जा रहा पार्क

कॉलोनी के पीछे रहने वाले लोग अपने दुधारू जानवरों का गोबर पार्क में डाल रहे है। जिससे न केवल वहां गंदगी पनप रही बल्कि लोगों के बीमार पड़ने का खतरा भी बढ़ गया है। जानवरों को पार्क में इंट्री कराने के लिए बाउंड्री वॉल तोड़ कर ग्रिल तक गिरा दी गई है। पार्क में पौधों की सिंचाई के लिए लगे नल को भी ब्लॉक कर दिया गया है। इस तमाम अव्यवस्था के बाद भी स्थानीय लोगों पार्क की मरम्मत के लिए कई बार नगर निगम को पत्र लिख चुके है लेकिन न तो नगर निगम के कान में जूं रेंग रही और न ही पार्षद इस ओर ध्यान दे रहे है।

लोगों को कर रहे जागरूक

इसी एरिया में कॉलोनी के अन्य पार्क की हालत भी कुछ इस तरह है। मजबूरी में स्थानीय लोगों ने नगर आयुक्त के निर्देश वाले पोस्टर और बैनर पार्क के चारों तरफ लगा रहे है। जिसमें कूड़ा फैलाने के सख्त नियम के साथ जानवरों के अंदर प्रवेश कराने तक में मनाही है। पब्लिक के तमाम प्रयास के साथ भी पार्क के सौंदर्यीकरण का कोई रास्ता उन्हें नहीं नजर आ रहा है। पार्क की दुर्दशा के लिए नगर निगम के साथ-साथ स्थानीय लोग भी उतने ही जिम्मेदार है।

लोगों से बातचीत-

पार्क को हरा-भरा रहने के लिए हम लोगों ने बहुत काम किया था। रिटायर्ड होने के बाद कॉलोनी के कई साथी पार्क की देख-रेख करते थे लेकिन पार्क के पीछे इलाके में रहने वाले लोगों के चलते उसकी हालत दिन पर दिन खराब होती चली गई। कई बार शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई।

केके निगम

कॉलोनी में रहने वाले किसी एक की जिम्मेदारी नहीं है पार्क के देख-रेख की। जब तक सभी मिलकर काम नहीं करेंगे तब तक हमारे पार्क का सौंदर्यीकरण नहीं हो सकता है। कभी हरियाली के लिए मिसाल कहे जाने वाला पार्क को एरिया के लोगों और नगर निगम की लापरवाही के चलते वीरान हो गया है।

संकेत

नगर निगम और पार्षद से कई बार शिकायत हो चुकी है। एक ही जवाब मिलता है कि अपने पार्क के रख रखाव के लिए आप खुद जिम्मेदार है लेकिन क्या पार्क की बदहाली के लिए उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है। कम से कम साफ सफाई और संसाधन की व्यवस्था को नगर निगम करे ताकि लोगों की उम्मीद जा सके और पार्क को हरा-भरा करने का एक बार फिर प्रयास किया जा सके।

वीके निगम

कोर्ट ने निर्देश भी दिये है और सरकार भी साफ सफाई और स्वच्छता के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रही है। पार्क सार्वजनिक संपत्ति है और सार्वजनिक स्थल पर साफ सफाई की जिम्मेदारी पब्लिक के साथ-साथ नगर निगम की भी है। जब आवास विकास ने कॉलोनी नगर निगम को हैंडओवर कर दी तो पार्क की भी जिम्मेदारी नगर निगम की होगी।

पवन कुमार