आगरा। तिल के लड्डू, हल्की हवा, मांझे की चरखी और हाथ में पतंग की डोरी। रविवार को मकर सक्रांति के अवसर पर ताजनगरी छतों पर नजर आई और आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से गुलजार। आगरावासियों ने जमकर पतंगबाजी का लुत्फ उठाया और शाम तक खूब पेच लड़ाए।

सुबह से शुरू हो गई पतंगबाजी

मकर सक्रांति पर सुबह से ही शहर में पतंगबाजी शुरू हो गई। लोगों ने एक दिन पहले ही पतंगबाजी की तैयारियां पूरी कर ली थी और दिन चढ़ते ही छत पर पहुंचकर खूब पेच लगाए। पतंगबाजी के साथ तेज म्यूजिक ने भी खूब मजा बढ़ाया। कई घरों की छतों पर स्पीकर रखे गए और पेच काटने पर खूब हूटिंग भी हुई। पतंगबाजी का दौरान शाम तक चला।

यमुना किनारे पर लड़े पेच

इस दौरान रिवर करनेक्ट कैंपेन की ओर से तृतीय यमुना पतंग महोत्सव भी आयोजित किया गया। महोत्सव में लोग आए खूब पतंगबाजी की। इस दौरान सभी को यमुना की साफ-सफाई को लेकर भी जागरूक किया गया। एत्माद्दौला व्यू पॉइंट पर लोगों ने तिल के व्यंजनों के साथ पतंगबाजी का लुत्फ उठाया। यमुना किनारे पर हवा की तेजी ने पतंगबाजी को और आसान बना दिया।

लोगों को बांटी खिचड़ी

मकर सक्रंाति के अवसर पर बेलनगंज में श्री बांके बिहारी सत्संग समिति द्वारा राहगीरों को खिचड़ी वितरित की गई। अध्यक्ष ब्रिजेंद्र कुमार अग्रवाल और महामंत्री राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि त्यौहार के अवसर पर राहगीरों को खिचड़ी वितरित कर अच्छे स्वास्थ्य की कामना की गई। वहीं आगरा क्लब में स्वर संस्था की ओर से पतंगबाजी की गई।

पर्यावरणविद् बृज खंडेलवाल का कहना है कि आगरा में पतंगबाजी को लेकर फिर से उत्साह बने, इसके लिए यमुना किनारे पतंग महोत्सव का आयोजित किया जाता है। लोग इकट्ठे होते हैं तो उन्हें यमुना की साफ-सफाई के लिए भी जागरूक किया जाता है।