ममता आश्रय स्थल के गेट से ही लौटना पड़ा

डीएम ने 20 संवासिनियों को ममता आश्रय स्थल भेजने के निर्देश दिए थे

BAREILLY: मंडे को ख्0 संवासिनियां बेहतर भविष्य की आस में नारी निकेतन से बाहर तो निकलीं लेकिन उन्हें नए आशियाने में ठिकाना नहीं मिला। उन्हें ममता आश्रय स्थल के प्रभारी ने लेने से ही इंकार कर दिया। इसको लेकर काफी देर तक हड़कंप मचा रहा। ममता आश्रय स्थल के प्रभारी नवीन जौहरी और नारी निकेतन के प्रभारी आनंदपाल एक दूसरे पर जिम्मेदारी टालने में लगे रहे। मामला सिटी मजिस्ट्रेट के पास पहुंचा तो उन्होंने जिला प्रोवेशन अधिकारी ऊषा तिवारी को बुलाया। उन्होंने संवासिनियों को वापस नारी निकेतन बुला लिया। सिटी मजिस्ट्रेट ने जिला प्रोवेशन अधिकारी समेत दोनों प्रभारियों को ट्यूजडे क्क् बजे ऑफिस बुलाया है। उसके बाद ही कोई डिसीजन लिया जाएगा।

ख्0 संवासिनियों को भेजा जाना है

नारी निकेतन की हालत को देखते हुए डीएम ने ख्0 संवासिनियों को नकटिया स्थित ममता आश्रय स्थल भेजने के निर्देश दिए थे। ममता आश्रय स्थल में अलग-अलग डिस्ट्रिक्ट की म्0 संवासिनियों को रखा जाएगा। यहां संवासिनियों की बेहतरी के लिए प्रोफेशनल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ममता आश्रय स्थल में जिन संवासिनियों को भेजा जाना था, उनकी लिस्ट डिस्ट्रिक्ट मेंटल हॉस्पिटल के डायरेक्टर एसके श्रीवास्तव ने तैयार की थी। इसी के तहत मंडे को ख्0 संवासिनियां नारी निकेतन से निकालकर ममता आश्रय स्थल भेजी गई। वहां के प्रभारी ने संवासिनियों को लेने से इंकार कर दिया कि क्योंकि वे संवासिनियां लिस्ट के अनुसार नहीं थीं और मनोवैज्ञानिकों ने उन संवासिनियों की हालत भी ठीक नहीं बताई है।