-फेसबुक, व्हाट्सएप और कानपुर कॉलिंग पर अपने व्यू रख रही है पब्लिक

KANPUR: पूरे देश को झकझोरने वाले निर्भया गैंगरेप हत्याकांड को ट्यूजडे को पूरे दो साल हो गए। इस हत्याकांड के बाद पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठे थे, जगह-जगह आंदोलन हुए। संसद में बहस हुई और फिर सबको लगा कि पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता हो गई, लेकिन सब दावे खोखले साबित हुए और कुछ दिनों पहले देश की राजधानी में एक बार फिर कैब में एक युवती के साथ रेप की घटना ने सबको हिला दिया। ऐसे में कानपुर में लड़कियों की सिक्योरिटी को लेकर आई नेक्स्ट ने मुहिम छेड़ रखी है। इसके तहत रोड, बस, सोशल साइट्स समेत तमाम जगहों पर लड़कियों की सिक्योरिटी का रियलिटी चेक किया और प्रशासन को आईना दिखा दिया।

फेसबुक और व्हाट्सएप पर सपोर्ट

फेसबुक, व्हाट्सएप और कानपुर कॉलिंग पर इस मुहिम को लेकर कानपुराइट्स का सपोर्ट मिल रहा है। किदवई नगर की विनीता का कहना है कि जब तक सरकार और अधिकारी जागरुक नहीं होंगे तब तक लड़कियों की सुरक्षा पर कोई ठोस पहल नहीं की जा सकती है। रागिनी मेहता ने कहा कि पब्लिक को भी लड़कियों की सुरक्षा को लेकर जागरुक होना पड़ेगा।

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इसको आई कनेक्ट के बॉक्स में लगाएं

गर्ल की सिक्योरिटी को लेकर एक बड़े आंदोलन की जरुरत है। तभी कोई परिवर्तन हो सकेगा।

अश्वनी श्रीवास्तव, रिटायर्ड ऑफिसर

कब तक हम लोग ऐसे ही सहते रहेंगे। अब समय आ चुका है जब सबको एक स्वर से लड़कियों की सुरक्षा को लेकर आवाज उठानी होगी।

विनीता कपूर, बिजनेसमैन

मुझको लगता है कि कहीं न कहीं गलती हमारी भी है, क्योंकि हर घटना के बाद तो हम खेद प्रकट करते हैं, लेकिन खुद आगे नहीं आना चाहते हैं।

राकेश अस्थाना, रिटायर्ड सर्विसमैन

सिर्फ दिल्ली में ही नहीं, लड़कियां तो पूरे देश में कहीं भी सुरक्षित नहीं है। सरकार खोखले दावे करती है और हम चुप रहते हैं।

कविता मुखर्जी, ऑर्टिस्ट