-जमशेदपुर दे रहा से नो टू प्लास्टिक का मैसेज

-कई दुकानदारों ने बंद किया प्लास्टिक बैग्स का यूज

-स्कूल्स के प्रॉस्पेक्टस के जरिए भी दिया जा रहा है प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने की सीख

JAMSHEDPUR: हमारी डे-टू-डे लाइफ में प्लास्टिक का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। सब्जी-फल से लेकर घर का राशन, सबके साथ घर में हर रोज कई प्लास्टिक बैग्स आते हैं। मार्केट से घर तक सामान लाने में प्लास्टिक के इन कैरी बैग्स से थोड़ी सुविधा तो होती है, लेकिन इसकी वजह से एन्वायरमेंट को एक बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। सभी लोग अगर इस बात को समझें और प्लास्टिक का कम से कम इस्तेमाल करें, तो एन्वायरमेंट के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई जा सकती है। शहर की कई संस्थाएं और दुकानदार अपनी इस जिम्मेदारी को समझ 'से नो टू प्लास्टिक' का मैसेज दे रहे हैं।

ै अच्छी पहल

बिष्टुपुर स्थित ब्रूबेक बेकरी में लोग जाते तो हैं तरह-तरह के केक्स, पेस्ट्रीज और डेज‌र्ट्स का लुत्फ उठाने, लेकिन वहां से निकलते हैं एन्वायरमेंट कंजर्वेशन के मैसेज के साथ। ये मैसेज है 'से नो टू प्लास्टिक' बेकरी में कस्टमर्स को उनके मनपसंद आइटम्स प्लास्टिक बैग्स के बजाए पेपर से बने बैग्स में दिए जाते हैं। बेकरी के मैनेजर किशोर कुमार ने बताया कि शॉप को ख्007 में शुरू किया गया था और उसके दो महीने बाद ही उन्होंने पेपर बैग का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। कुछ ऐसी ही पहल शहर के दूसरे दुकानदार भी कर रहे हैं। बिष्टुपुर स्थित सागर स्वीट्स के प्रोपराइटर सागर ने बताया कि उनकी शॉप पर भी मिठाइयां बायोडिग्रेडेबल मैटेरियल से बने बैग्स दी जाती हैं। वहीं मिठाई के पैकेट्स पर जुस्को द्वारा चलाए जा रहे जिम्मेदार नागरिक जिम्मेदार शहर अभियान के लोगो रहता है। इसके जरिए लोगों को शहर की साफ-सफाई और प्लास्टिक बैग्स का यूज ना करने का मैसेज दिया जाता है। सागर ने बताया कि अभी शॉप में ब्भ् माइक्रोन से ज्यादा के कुछ प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल किया जाता है पर धीरे-धीरे इसे बंद कर दिया जाएगा।

क्भ्0 से ज्यादा दुकानदारों ने कहा, नो प्लास्टिक

एन्वायरमेंट पर प्लास्टिक बैग्स के हार्मफुल इफेक्ट्स के प्रति शहर में जागरूकता बढ़ रही है। रिटेल मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन के सेक्रेटरी राजीव मारवा ने बताया कि करीब डेढ़ सौ रिटलेर्स ने प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल बंद कर दिया है। उनकी शॉप पोशाक में भी प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। राजीव मारवा ने बताया कि पूरे मार्केट में प्लास्टिक बैग्स का यूज बंद करने की कोशिश की जा रही है।

स्कूल्स भी कर रहे पहल

शहर को प्लास्टिक फ्री बनाने के लिए स्कूल्स भी पहल कर रहे हैं। कई स्कूल्स अपने प्रॉस्पेक्ट्स में 'से नो टू प्लास्टिक' के मैसेज को शामिल कर रहे हैं। जुस्को के कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन्स की सुकन्या दास ने कहा कि कई स्कूल जुस्को के 'जिम्मेदार नागरिक जिम्मेदार शहर' अभियान के तहत शहर को प्लास्टिक वेस्ट से छुटाकारा दिलाने के लिए पहल कर रहे हैं। स्कूल अपने प्रॉस्पेक्ट्स के जरिए प्लास्टिक के रीफ्यूज, रीड्यूस, री-यूज और री-साइकल का मैसेज दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक लोयला स्कूल, एडीएलएस सनशाइन, डीएवी, बाल्डविन, जेएच तारापोर जैसे स्कूल्स ने अपने प्रॉस्पेक्ट्स में इस मैसेज को शामिल किया है।

बढ़ रहा अवेयरनेस

प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल कम करने को लेकर लोगों में अवेयरनेस बढ़ रहा है। जुगसलाई स्थित शॉपिंग बैग्स के सप्लायर निरंजन अग्रवाल ने बताया कि पिछले कुछ सालों में नन-वुवेन फैब्रिक (एक तरह का बायोडिग्रेडेबल मैटेरियल) से बने बैग्स की डिमांड बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पिछले चार-पांच सालों में डिमांड में करीब भ्0 परसेंट तक इजाफा हुआ है।

जुस्को द्वारा जिम्मेदार नागरिक जिम्मेदार शहर अभियान के तहत से नो टू प्लास्टिक का मैसेज दिया जा रहा है। कई स्कूल्स ने भी अपने प्रॉस्पेक्टस में इसे शामिल किया है।

-सुकन्या दास, कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन्स, जुस्को

शॉप की शुरुआत होने के दो महीने बाद से ही हम पेपर बैग्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके जरिए लोगों का प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने का मैसेज भी दिया जाता है।

-किशोर कुमार, मैनेजर, ब्रूबेक बेकरी

एन्वायरमेंट कंजर्वेशन सबकी जिम्मेदारी हैं। प्लास्टिक की वजह से एन्वायरमेंट को होने वाले नुकसान को देखते हुए हमारे शॉप पर बायोडिग्रेडेबल फैब्रिक से बने बैग्स का इस्तेमाल किया जाता है।

-सागर, प्रोपराइटर, सागर स्वीट्स

प्लास्टिक बैग्स एन्वायरमेंट के लिए बेहद नुकसानदेह है। इसे देखते हुए हमने दुकानों पर प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल बंद करने की कोशिश कर रहे हैं। अब तक करीब क्भ्0 रिटेलर्स ने प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल बंद कर दिया है।

-राजीव मारवा, सेक्रेटरी, रिटेल मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन

प्लास्टिक बैग्स से एन्वायरमेंट को होने वाले खतरे को लेकर लोगों में अवेयरनेस बढ़ रहा है। बायोडिग्रेडेबल नन-वुवेन फैब्रिक से बने शॉपिंग बैग्स की डिमांड बढ़ रही है।

-निरंजन अग्रवाल, शॉपिंग बैग सप्लायर, जुगसलाई

प्लास्टिक बैग इंवायरमेंट के लिए बेहद नुकसानदेह हैं। लोगों को इनका कम से कम यूज करना चाहिए।

-सौम्या कुजूर

प्लास्टिक बैग के डिकम्पोज होने में हजारों साल लगते हैं। प्लास्टिक बैग्स के बजाय जूट या क्लॉथ बैग्स का इस्तेमाल करना चाहिए।

प्रियंका

एन्वायरमेंट के प्रति सबको अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। प्लास्टिक बैग्स का कम से कम इस्तेमाल कर हम ये जिम्मेदारी निभा सकते हैं।

रीमा

प्लास्टिक के बजाय जूट या क्लॉथ से बने बैग्स का इस्तेमाल करना चाहिए। सभी में ये अवेयरनेस आए तो प्लास्टिक की वजह से एन्वायरमेंट को होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है।

अंकिता

एन्वायरमेंट के प्रति सबको अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल बंद करने को लेकर लोगों में अवेयरनेस जरूरी है।

सुदीपा