BAREILLY:

इंडिपेंडेंड स्कूल्स में एडमिशन सीजन शुरू हो गया है। अच्छे स्कूल में एडमिशन लेना एक बड़ी चुनौती तो है ही दूसरा सबसे बड़ा चैलेंज हैं आधार। शहर के करीब 20 हजार बच्चों के सामने स्कूल में एडमिशन लेने का संकट है। क्योंकि, बैंक में आधार बनाए जाने की नई व्यवस्था शुरू करने के लिए प्राइवेट सेंटर्स पर आधार बनाए जाने पर रोक लगा दी गई है। जबकि, बैंक में आधार बनने शुरू ही नहीं हुए। शहर में मात्र एक बैंक में ही आधार बनाए जा रहे हैं। ऐसे में एक ही विंडो से आधार बनवाना आसान नहीं होगा।

 

20 हजार बच्चों के सामने संकट

बरेली में सीबीएसई और आईसीएसई के करीब 37 स्कूल हैं। जिनमें हर सीजन में 20 हजार से अधिक आवेदन एडमिशन के लिए आते हैं। इनमें से 8-10 हजार बच्चों के एडमिशन विभिन्न स्कूलों में हर वर्ष होते हैं। एडमिशन प्रोसेस में बच्चों के आईडेंटीफिकेशन के लिए आधार कार्ड स्कूल में कम्पल्सरी कर दिया गया है। जिन बच्चों के आधार नहीं हैं, उनके एडमिशन नहीं लिए जाएंगे। वहीं दूसरी ओर सरकार ने प्राइवेट सेंटर्स पर आधार बनाए जाने पर रोक लगा दी है। जिसकी वजह से पेरेंट्स के सामने बच्चों का आधार बनवाने का संकट आ गया है।

 

मात्र एक बैंक में बन रहा आधार

सरकार ने एक नया आदेश जारी करते हुए कहा था कि अब आधार कार्ड बैंक में ही बनाए जाएंगे। जिसके बाद यूनिक आईडेंटीफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सभी प्राइवेट सेंटर्स पर आधार कार्ड बनाए जाने पर रोक लगा दी। अब इन सेंटर्स पर आधार नहीं बनाए जा रहे हैं। सिर्फ आधार को अपडेट और डुप्लीकेट आधार ही बनाए जा रहे हैं। प्राइवेट सेंटर्स में आधार बनना बंद तो हो गए, लेकिन सभी बैंक में यह व्यवस्था शुरू ही नहीं हुई। बरेली में मात्र रतनदीप कॉम्पलेक्स स्थिति केनरा बैंक और तहसील में ही आधार बनाने का काम हो रहा है।

 

पेरेंट्स के सामने मुसीबत

ऐसे में बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए पेरेंट्स को मशक्कत करनी पड़ सकती है। लापरवाही की तो बच्चों के एडमिशन से भी वंचित होना पड़ सकता है। क्योंकि, एक ही विंडो से इतनी बड़ी संख्या में आधार बनाया जा सकना आसान नहीं है। वहीं दूसरी ओर कई सीबीएसई और आईसीएसई स्कूल में एडमिशन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। स्कूलों में जनवरी लास्ट तक एडमिशन प्रक्रिया लगभग पूरी भी कर ली जाएगी।

 

 एक नजर

- 37 सीबीएसई व आईसीएसई स्कूल.

- 60 हजार स्कूली बच्चों की संख्या.

- 20 हजार से अधिक आवेदन हर वर्ष आते हैं.

- 8 से 10 हजार नए बच्चों की हर वर्ष होता है विभिन्न स्कूलों में एडमिशन.

- सभी प्राइवेट सेंटर पर आधार कार्ड बनाए जाने पर है रोक.

- फिलहाल एक बैंक और तहसील में ही बन रहा है आधार कार्ड.

 

जिन बच्चों का आधार कार्ड नहीं होगा उन्हें एडमिशन नहीं दिए जाएंगे। क्योंकि, आधार नम्बर जमा करवाने के लिए सख्त निर्देश मिले हैं। यह अलग बात है कि आधार जमा करने के लिए पेरेंट्स को कुछ दिन का समय दिया जाएगा।

पारुष अरोड़ा, प्रेसीडेंट, इंडिपेंडेंड स्कूल एसोसिएशन

 

सरकार की योजना है कि बैंक में आधार कार्ड बनाए जाएंगे। जिसकी वजह से यूआईडीएआई ने सभी प्राइवेट सेंटर्स पर नए आधार बनाने पर रोक लगा दी है। सेंटर पर सिर्फ पुराने डुप्लीकेट आधार या अपडेट ही किए जा रहे हैं।

अजय कुमार अग्रवाल, मैनेजर, अलंकित