HARIDWAR: कनखल के कुम्हारगढ़ा में स्थित राजकीय प्राइमरी स्कूल नंबर ख्फ् के बच्चों ने थाना पहुंच कर स्कूल खुलवाने के लिए प्रदर्शन किया। ताला नहीं खुलने से नाराज बच्चों ने स्कूल गेट के बाहर सड़क पर बैठकर पढ़ाई भी की। चार दिन की छुट्टी के बाद स्कूल पहुंचे बच्चे और शिक्षक ताला देखकर अवाक रह गए। आखिरकार मामले के तूल पकड़ने पर कब्जाधारियों ने चाबी वापस कर दी। हरिद्वार के जिला शिक्षा अधिकारी (बेसिक) का आरोप है कि मामले में कुछ भाजयुमो कार्यकर्ताओं का हाथ है। दूसरी ओर भाजयुमो के जिलाध्यक्ष हरजीत सिंह ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। वहीं पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। सोमवार को पुलिस ने तहरीर तो ली, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया। थानाध्यक्ष कनखल का तर्क है कि मामला संपत्ति विवाद से जुड़ा है। इसीलिए पहले जांच की जा रही है।

 

नहीं मिला कोई नोटिस

स्कूल में कुल 8फ् बच्चे पढ़ रहे हैं.भवन काफी जीर्णशीर्ण है। भवन के गेट पर नगर निगम की ओर से नोटिस भी चस्पा किया गया है। स्कूल की प्रधानाध्यापक ऊषा रावत ने बताया कि भवन मालिक ने कभी खाली करने का नोटिस भी नहीं दिया। उन्होंने बताया कि क्9 अक्टूबर को दीपावली के दिन भोजन माता कौशल ने उन्हें फोन पर बताया कि कुछ लोग स्कूल में घुस गए हैं और सामान बाहर फेंक ताला जड़ दिया है। इस पर वह तत्काल कनखल थाने पहुंची और घटना की जानकारी दी। ऊषा का आरोप है कि पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।

 

निगम के नोटिस को बनाया गया ढाल

नगर निगम की ओर से शहर के गिरासू भवनों के संबंध में हर साल बरसात में चेतावनी नोटिस जारी किए जाते हैं। इस बार क्0 अक्टूबर को भवन मालिक के नाम जारी नोटिस को दीपावली की छुट्टी में स्कूल गेट पर चस्पा किया गया। इसी को ढाल बनाकर स्कूल भवन पर कब्जे का प्रयास किया गया। जबकि नगर निगम की ओर से ऐसा नोटिस पहली बार या सिर्फ इसी भवन को जारी नहीं किया गया। ऐसे में चर्चाओं का बाजार गर्म है।

 

 

भाजयुमो नेताओं ने स्कूल पर ताला जड़ा था। उनका कहना था कि जीर्णशीर्ण भवन की छत गिरने से बच्चों की जान को खतरा है। स्कूल गेट पर ताला जड़ने का अधिकार किसी को नहीं है, उनसे चाबी ले ली गई है। स्कूल भवन खस्ताहाल होने के कारण बच्चों के बैठने की व्यवस्था नजदीक के किसी स्कूल में कर दी जाएगी।

-ब्रह्मपाल सैनी, डीईओ बेसिक हरिद्वार

 

स्कूल में ताला डालने का मामला अभी तक मेरे संज्ञान में नहीं आया था। अगर वास्तव में कब्जे का प्रयास किया गया है तो तुरंत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इस बारे में कनखल पुलिस को निर्देश दिए जा रहे हैं।

कृष्ण कुमार वीके, एसएसपी, हरिद्वार