-लेडीज स्टाफ और छात्राओं को सुरक्षित माहौल मुहैया कराने की पहल
-प्रमुख सचिव ने डीएम को दिए निर्देश, डीएम के आदेश पर डीआईओएस ने जारी किया लेटर
क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ :
स्कूल और कॉलेजेज में छात्राओं और महिला कर्मचारियों को सुरक्षित माहौल देने के लिए सरकार ने अनूठी पहल शुरू की है। सरकार ने स्कूल और कॉलेजेज में 'आंतरिक परिवाद समिति' और 'स्थानीय परिवाद समिति' बनाई जाएगी, जो छात्राओं और महिलाओं के सेक्शुअल हैरसमेंट की शिकायतों की पड़ताल और कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार करेगी। वहीं, डीएम के आदेश को अमलीजामा पहनाते हुए डीआईओएस ने सभी प्रिंसिपल को समिति बनाने के निर्देश दिए हैं।
इंसाफ के लिए भटकती रहती हैं पीडि़ता
प्रमुख सचिव रेणुका कुमार ने प्रदेशभर के डीएम को 27 अप्रैल को लेटर लिखा। इसके माध्यम से उन्होंने सरकार की मंशा से अवगत कराया। उन्होंने लेटर में लिखा कि छात्राएं और महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस करें, इसलिए शासन ने 'आंतरिक परिवाद समिति' और 'स्थानीय परिवाद समिति' बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लेटर में लिखा कि शासन के संज्ञान में आया है कि छात्राएं और महिलाएं यौन उत्पीड़न की शिकायतें करती हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी शिकायतों को ठंडे बस्ते में डाल देते हैं। इस कारण पीडि़ता को इंसाफ नहीं मिल पाता है।
24 जून को लिखा लेटर
प्रमुख सचिव के निर्देश पर डीएम डॉ। पिंकी जोवल ने सभी विभागीय अधिकारियों को 'आंतरिक परिवाद समिति' और 'स्थानीय परिवाद समिति' बनाने का आदेश दिया। डीएम के आदेश को अमलीजामा पहनाते हुए डीआईओएस मुन्ने अली ने 24 जून को सभी प्रिंसिपल्स को लेटर लिखा है। 'आंतरिक परिवाद समिति' और 'स्थानीय परिवाद समिति' बनाने के निर्देश दिए हैं।
वर्जन
सभी प्रिंसिपल को लेटर लिखा है कि 'आंतरिक परिवाद समिति' और 'स्थानीय परिवाद समिति' बनाए। ताकि, छात्राएं और महिलाएं सुरक्षित फील करें।
मुन्ने अली, डीआईओएस