कई स्कूलों में नहीं लगे हैं सीसीटीवी कैमरे

सिक्योरिटी के नाम पर फर्ज अदायगी कर रहे हैं स्कूल

ALLAHABAD: हरियाणा के रेयान इंटरनेशनल की घटना ने शहर के स्कूलों हिलाया तो है लेकिन अभी पूरी तरह इनकी नींद नहीं टूटी है। शहर के तमाम स्कूलों में सुरक्षा के इंतजाम अभी भी नाकाफी हैं। कहीं सीसीटीवी कैमरे लगे हैं तो कहीं केवल गार्ड के भरोसे काम चलाया जा रहा है। जिन स्कूलों में कैमरा लगा भी है तो केवल गेट पर। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने गुरुवार को जिला मुख्यालय और उसके आसपास के स्कूलों के गेट पर सुरक्षा के इंतजामों का जायजा लिया। जो नजारा दिखा वो कुछ यूं था

बिशप जानसन स्कूल एंड कॉलेज और मेरी लूकस आमने सामने हैं। इनके गेट पर सिक्योरिटी पर्सन और सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन 70-80 मीटर दूर कचहरी रोड पर कैमरा नदारद है। स्कूल छूटते ही ट्रैफिक पूरी तरह जाम हो जाता है। किसी तरह से बच्चे सड़क पार कर पाते हैं। ट्रैफिक पुलिस का महज एक जवान पूरा ट्रैफिक हैंडल करता है।

डीएम आवास रोड पर बिशप जॉनसन ग‌र्ल्स विंग की छुट्टी के दौरान पूरी सिक्योरिटी सीसीटीवी कैमरे पर डिपेंड होती है। सुरक्षा गार्ड गेट से बाहर नहीं आते। बच्चों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी पैंरेंट्स की होती है। भारी जाम के बीच जैसे-तैसे पैरेंट्स बच्चों को लेकर घर जाते हैं। इसी रोड पर मेरी वाना मेकर्स ग‌र्ल्स इंटरमीडिएट कॉलेज के गेट पर फिलहाल सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है।

कानपुर रोड पर लोक सेवा आयोग के बगल में स्थित सेंट मेरीज कॉन्वेंट के मेन गेट पर सीसीटीवी कैमरा नहीं है। स्कूल की छुट्टी के दौरान गेट के सामने लगे वाहनों की वजह से भीषण जाम की स्थिति बनी रही। पूछने पर गार्ड ने बताया कि वायरिंग करवाई जा रही है। जल्द ही मेन गेट पर सीसीटीवी कैमरा लगेगा।

बैठ गया गार्ड, बन गया रजिस्टर

शहर के तमाम स्कूलों ने गुरुग्राम की घटना के बाद अपने मेन गेट पर गार्ड और विजिटर्स रजिस्टर रखना शुरू कर दिया है। एग्जाम्पल के तौर पर कालिंदीपुरम स्थित महर्षि विद्या मंदिर में अब पैरेंट्स बिना एंट्री के भीतर नहीं जा सकते।

जिले में कुल सीबीएसई स्कूल- 67

कुल आईसीएसई स्कूल- 17

यूपी बोर्ड के कुल स्कूल- 1200

कुल स्कूलों में लगे सीसीटीवी कैमरे- 45 से 50 फीसदी

पब्लिक के सुझाव

आई नेक्स्ट ने पब्लिक से स्कूलों के गेट की सुरक्षा को लेकर सवाल पूछे तो कई सुझाव मिले

गेट के पास सीसीटीवी कैमरे होना चाहिए।

मेल और फीमेल पुलिस भी होनी चाहिए।

स्कूल में एंट्री करने वालों की पूरी डिटेल हो, वह भी आईडी प्रूफ के साथ।

स्टाफ और ड्राइवर्स का पुलिस वेरिफिकेशन होना जरूरी है।

स्कूलों के दो किमी के एरिया में शराब की दुकानें बैन होनी चाहिए।

स्कूलों में एग्जिट और एंट्री का केवल एक गेट होना चाहिए।

स्कूलों की ओवर ऑल सिक्योरिटी के लिए कमेटी का गठन किया जाए।

एक्स आर्मी मैन को स्कूलों की सिक्योरिटी में अपॉइंट किया जाना चाहिए।

स्कूलों के गेट पर सुरक्षा इंतजामों को लेकर मैं बिल्कुल संतुष्ट नहीं हूं। महज एक या दो पुलिस वालों के सहारे सैकड़ों बच्चों को नही छोड़ा जा सकता है।

किेिेिकंकिेकि

स्कूल गेट पर पुख्ता सुरक्षा की आवश्यकता है। गेट के पास सीसीटीवी कैमरा लगा होना चाहिए। इसे अनिवार्य कर दिया जाए।

प्रमोद शुक्ला

स्कूलो द्वारा बच्चों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए जाते। बच्चों की सुरक्षा केवल गेट के अंदर तक होती है। बाहर निकलते ही स्कूल हाथ खींच लेता है।

किेिकेिक

कैमरे लगे हैं तो इनको चेक करने वाला कोई नही है। एक आटो में कितने बच्चे भरे हैं, यह कौन देखता है। प्राइवेट कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन नही कराया जाता है।

केकिेंिेंिक

सभी स्कूलों को सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के आदेश दिए गए हैं। उनको कैमरे लगाकर हमे इसकी रिपोर्ट देनी है। इसके अलावा सुरक्षा के दूसरे अहम बिंदुओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

आरएन विश्वकर्मा, डीआईओएस, इलाहाबाद