-ओम गायत्री नगर की घटना, कारण स्पष्ट नहीं

ALLAHABAD: कुछ तो गड़बड़ था। जिसके कारण उसने दुनिया छोड़ने का फैसला कर लिया। जिन्दगी से इस कदर मोह भंग हो गया कि भूल गए कि तीन बच्चों के पिता हैं। मौत के बाद उन बच्चों का क्या होगा। वे अनाथ बनकर कैसे इस जालिम दुनिया का सामना करेंगे। लेकिन जय प्रकाश को कुछ समझ में नहीं आया और थर्सडे नाइट फांसी लगाकर जान दे दी।

वाइफ गई थी मायके

जय प्रकाश सिंह ओम गायत्री नगर में रहते थे। वह फतेहपुर डिस्ट्रिक्ट में स्थित एक स्कूल के वार्डेन थे। फैमिली शहर में रहती थी। कुछ दिन पहले उनकी वाइफ चंदा बिहार मायके चली गई। इसके बाद से वह डिप्रेशन में थे। जय प्रकाश के फैमिली मेम्बर्स ने मीडिया को पोस्टमार्टम हाउस पर बताया कि फतेहपुर से लौट कर आने के बाद जय प्रकाश गुमशुम रहने लगे थे। रात में वह कमरे में सोने गए और फांसी लगा ली। फ्राइडे को जब वह नहीं जगे तो घर वालों दंग रह गए। दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस को बुलाया गया। मौके पर पहुंच कर्नलगंज पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।