माध्यमिक शिक्षा परिषद के आदेश पर स्कूल्स ने फॉर्म फीडिंग पर खर्च किए 10 रुपए

BAREILLY :

यूपी बोर्ड परीक्षा में इनरोलमेंट फीस बढ़ोत्तरी का बेतुका फरमान देने वाले माध्यमिक शिक्षा परिषद के नए आदेश से डिस्ट्रिक्ट के सभी स्कूल्स के प्रिंसिपल्स दुविधा में फंस गए हैं। परिषद क फैसले के मुताबिक स्कूल्स ने बोर्ड परीक्षा में अपीयर होने के लिए नौंवी और 11वीं के स्टूडेंट्स से 50 रुपए इनरोलमेंट फीस के रूप में वसूले। जिसमें से 10 रुपए स्कूल्स के हिस्से में आने थे। इसलिए स्कूल्स ने इनरोलमेंट फीस में से 10 रुपए बच्चों के फॉर्म फीडिंग पर खर्च कर दिए। लेकिन शासन के आदेश पर पूरी फीस सरकारी खजाने में जमा होना है। ऐसे में स्कूल्स को समझ में नहीं आ रहा है कि फार्म फीडिंग के नाम पर खर्च हुई धनराशि की पूर्ति कहां से करेंगे।

स्कूल्स प्रिंसिपल्स परेशान

माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव शैल यादव ने सूबे भर के डीआईओएस को नया शासनादेश भेजा। इसमें लिखा है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद के नाम से खाता खोला जाना शासकीय नियमों के अंतर्गत संबंध नहीं है। इसलिए पूरे 50 रुपए राजकीय खाते में 27 मई तक जमा कर दें। मंडे को उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद का प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष डॉ। सुरेश चन्द्र रस्तोगी के नेतृत्व में क्षेत्रीय बोर्ड सचिव विनोद कृष्ण से मिला। प्रतिनिधिमंडल की समस्याओं पर क्षेत्रीय बोर्ड सचिव ने उच्चाधिकारियों से चर्चा कर समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन दिया।