-पेपर लीक मामले पर बोर्ड ने शुरू की तैयारी

-महराजगंज समेत आस-पास के जिलों के निरस्त होगा विज्ञान का पेपर

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड परीक्षा को पूरी तरह से नकलविहीन कराने के लिए हर संभव प्रयास में जुटा है। वहीं नकल माफिया भी हार मानते नहीं दिख रहे है। बोर्ड की कोशिशों को धता बताकर नकल माफियाओं द्वारा पेपर लीक कराने के बाद बोर्ड ने परीक्षा ही निरस्त कराने की तैयारी शुरू कर दी।

गौरतलब है कि महराजगंज में सोमवार की रात विज्ञान के प्रश्नपत्र के लीक होने के बाद मंगलवार को बदले हुए पेपर से परीक्षा का आयोजन हुआ। इसके बाद भी यूपी बोर्ड की तरफ से महराजगंज समेत आस पास के कई जिलों में प्रश्नपत्र निरस्त करने की कवायद शुरू हो गई है। बोर्ड अधिकारियों ने बताया कि परीक्षा की शुचिता को बनाए रखने के लिए विज्ञान का पेपर निरस्त किया जाएगा।

शासन को बोर्ड ने भेजा प्रस्ताव

विज्ञान विषय का पेपर एक दिन पहले लीक होने के मामले के बाद इसे निरस्त करने के लिए बोर्ड ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया है। इस बारे में बोर्ड अधिकारियों ने बताया कि महराजगंज समेत आस-पास के जिलों के विज्ञान विषय के पेपर निरस्त होने के बाद वहां पर फिर से पेपर का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए भी तैयारी अभी से शुरू हो गई है, जिससे दुबारा पेपर आयोजन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी ना हो सके। वहीं पहले भी इंटरमीडिएट में प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में परीक्षा को निरस्त करा कर उक्त विषय की परीक्षा फिर से कराने की तैयारी बोर्ड में पूरी हो चुकी है।

अब तक की गड़बडि़यां

-6 फरवरी को पहले ही दिन विधुना में बंट गया था गृह विज्ञान के स्थान पर हिंदी का पेपर।

-10 फरवरी को इंटरमीडिएट कृषि शस्य विज्ञान के छठवां पेपर लीक होने के बाद उसे बोर्ड की तरफ से निरस्त कर दिया गया।

-10 फरवरी को मथुरा में मैथ्स का पेपर लीक होने के बाद बोर्ड ने 12 फरवरी को होने वाली परीक्षा के लिए 25 जिलों के पेपर बदले।

-16 फरवरी को बहराइच के जामिया रिजविया अनवारुल उलुम मुस्तफा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इमामगंज में भौतिक विज्ञान के पेपर में प्रथम के स्थान पर द्वितीय प्रश्नपत्र बांट दिया गया। इसके बाद बोर्ड ने प्रश्नपत्र बदल दिया।