-पांच दिन बाद भी पुलिस को नहीं मिला हत्या का सुराग

-जब तक वजह नहीं पता तब तक कैसे पकड़े जाएंगे हत्यारे

BAREILLY: आईवीआरआई के चीफ साइंटिस्ट मर्डर केस में पुलिस की साइंस पूरी तरह से फेल हो चुकी है। पुलिस साइंटिस्ट के रिसर्च स्टूडेंट्स, आईवीआरआई से जुड़े पुराने केसेस समेत कई एंगल पर जांच कर रही है, लेकिन कोई भी ठोस सुबूत हाथ नहीं लग रहा है। थाना पुलिस सावन की तैयारियों में बिजी हो गई है। क्राइम ब्रांच इनपुट जुटा रही है, लेकिन कोई भी क्लू हाथ नहीं लग पा रहा है।

क्राइम ब्रांच ने खंगाले पुराने केस

संडे को क्राइम ब्रांच की टीम ने आईवीआरआई में जाकर बेटे से पूछताछ की। इसके अलावा आसपास के लोगों से भी जानकारी कलेक्ट की गई। उसके बाद क्राइम ब्रांच इज्जतनगर थाना पहुंची। यहां पर आईवीआरआई में गबन से जुड़े पुराने केसेस की भी जांच की गई। आईवीआरआई में एक केस 10 लाख 68 हजार रुपए का केमिकल बिक्री का फर्जीवाड़े का है। इस केस में तीन फर्जी कंपनी बनाकर गबन किया गया था। एक कंपनी नैनीताल और दो कंपनी बरेली की दिखाई गई थीं। इस केस से कई लोग प्रभावित हुए थे। इसके अलावा एक अन्य केस भी धोखाधड़ी का दर्ज है। इन दोनों केसेस की डिटेल कलेक्ट की गई है।

रिसर्च स्टूडेंट के बारे में जुटाई जा रही जानकारी

चीफ साइंटिस्ट दीपक शर्मा के अंडर में कई स्टूडेंट रिसर्च कर रहे थे। इन स्टूडेंटस के बारे में भी पुलिस पता लगा रही है। क्योंकि हत्या करने वाले किसी चिप की तलाश घर में कर रहे थे। उन्होंने साइंटिस्ट के कपड़े भी खंगाले थे। यही नहीं हत्या करने वाले ने इलेक्ट्रानिक डिवाइस भी डेमेज की हैं। इसका मतलब है कि हो सकता है कि इन डिवाइसेस में कोई ऐसी चीज होगी जिसे हत्यारे नहीं चाहते थे कि वे किसी के हाथ लगे। हो सकता है कि इसमें कोई ऐसा डॉक्यूमेंट या फिर कोई आपत्तिजनक चीज हो जिसकी हत्यारों को तलाश रही हो।

क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर हो सकती है जांच

थाना पुलिस के मर्डर में पूरी तरह से फेल हो जाने और सावन की तैयारियों में बिजी होने से लग रहा है कि जल्द ही केस क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर हो सकता है। क्राइम ब्रांच के एसआईएस के विवेचक पहले से ही केस की जांच में लगे हुए हैं। लोकल पुलिस भी चाहती है कि केस क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर हो जाए।

एक साथ नहीं हुई टीमें

अन्य केसेस की तरह आईवीआरआई सांइटिस्ट केस में भी लोकल पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें एकजुट नजर नहीं आ रही हैं। क्राइम ब्रांच इनपुट जुटा रही है लेकिन उसे लोकल पुलिस से शेयर नहीं किया जा रहा है। यही नहीं एक बार भी लोकल पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीमों की ज्वाइंट मीटिंग भी नहीं हुई है।

साइंटिस्ट मर्डर केस में टीमें काम कर रही हैं। अभी कोई ठोस क्लू नहीं मिल सका है। सभी इनपुट जुटाए जा रहे हैं।

समीर सौरभ, एसपी सिटी बरेली